हेल्थ डेस्क: होली एक ऐसा त्योहार है जिसमें अगर रंग न हो तो फिर वो होली ही क्या? यह त्योहार खासकर युवाओं और बच्चों का है। बच्चें तो इसका इंतजार एक महीने पहले से करने लगते है।
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जिसमें वह ढेर सारे पकवान और और ढंर सारी मस्ती करते है। वैसे तो होली में मार्केट में आसानी से कई तरह के रंग मिल जाते है, लेकिन वह हमारे शरीर को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते है। यह केवल स्किन को ही नुकसान नहीं पहुंचाते बल्कि कई गंभीर बीमारियों भी हो जाती है।
अगर आप चाहते है कि आपके होली के रंग में कोई भंग न पड़े तो इसके लिए आप नेचुरल कलर का इस्तेमाल क्यों न करें। जो कि इको फ्रेंडली होने के साथ-साथ आपके शरीर के लिए फायदेमंद होते है। इन्हें आप घर पर भी आसानी से बना सकते है। तो फिर देर किस बात कि इस बार होली में में नेचुरल रंगों का मजा लें।
नारंगी रंग
इसके लिए हरसिंगार के फूलों का इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए इन्हें पानी में भिगोकर रक दें। और आपको नारंगी रंग मिल जाएगा। इसके अलावा आप एक चुटकी चंदन पाउडर को एक जग पानी में भिगो दे। इससे आपको नांरगी रंग मिल जाएगा।
लाल रंग
अगर आप लाल रंग बनाना चाहते है तो इसके लिए आप सूखे लाल चंदन को गुलाल के रुप में इस्तेमाल कर सकते हैं। या फिर जासवंती के फूलों को सुखाकर उसका पाउडर बना लें इसकी मात्रा बढ़ाने के लिए आटा भी मिला सकते हैं।
गुलाबी रंग
इसके लिए चुकंदर का इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए इसे घिस कर एक लीटर पानी में भिगो दें। इससे आपका गुलाबी रंग बनकर तैयार हो जाएगा। अगर आप चाहते है कि यह थोड़़ा गहरा गुलाबी रंग हो तो इसे रात भर के लिए भिगों दे। तो आपको सुबह डार्क गुलाबी रंग मिलेगा।
गीले लाल रंग के लिए दो चम्मच चंदन को करीब पांच लीटर पानी में अच्छी तरह उबाल कर उसमें दो से तीन बाल्टी पानी और मिला कर गाढ़ा लाल रंग बन जाता है। इसी तरह अनार के छिलकों को उबाल कर भी लाल रंग बन जाता है।
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