हेल्थ डेस्क: पॉपुलर शो 'भाभी जी घर पर है' में अनीता भाभी का रोल एक्ट्रेस सौम्या टंडन अदा रही है। इन दिनों यह चर्चा तेजी से फैली हुई है कि वह जल्द ही इस शो को हमेशा के लिए छोड़ने वाली है। लेकिन इस बार में प्रोड्यूसर से सिर्फ अफवाह कहा है। उनका कहना है कि वह बीमारी का इलाज कराकर फिर वापस आएंगी। रिपोर्ट्स की माने तो उन्हें हेपेटाइटिस बी हो गया है। वहीं सौम्या ने खुद ट्वीट करते हुए लिखा था, 'हैलो आप सभी की चिंता के लिए शुक्रिया। मुझे लीवर इंफेक्शन हुआ था। जिसके कारण मैं एक हफ्ते की छुट्टूी पर थी, फिलहाल अब मैं 3 दिनों से शुटिंग कर रहीं हूं।' अब सौम्या को क्या हुआ है। वह तो सौम्या ही बता सकती है। लेकिन अफवाह के अनुसार उन्हें हेपेटाइटिस बी है। जानिए इसके बीमारी के लक्षण, कारण और बचाव के बारें में।
यह वायरस एचआईवी की तुलना में अधिक प्रचलित औऱ संक्रमित रोग है। इससे दुनिया में सबसे ज्यादा एशिया महाद्वीप प्रभावित है। यह एचआईवी से सौ गुना अधिक संक्रामक है। एशिया में अधिकतर वायरस संक्रमित मौतें इसी वायरस से होती हैँ।
सौम्या को हुआ हेपेटाइटिस बी, जानिए क्या है ये
हेपेटाइटिस बी एक वायरस है। जो कि लिवर को संक्रमित करता है। अधिकांश लोग जो इससे ग्रस्त होते है, वह कुछ समय में बेहतर महसूस करने लगते है जिसे 'एक्यूट हेपेटाइटिस' कहा जाता है। कभी-कभी संक्रमण लंबे समय तक रहता है। इसे 'क्रोनिक हेपेटाइटिस बी' कहा जाता है। ऐसे में लीवर को नुकसान होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इसके लक्षण फ्लू के जैसे ही होते है। इस बीमारी से भी आप दूसरों को भी संक्रमित कर सकते है।
क्या कहते है आंकड़े
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक ताजा आंकलन के अनुसार भारत में अभी हेपेटाइटिस बी से पीड़ित लोगों की संख्या 4 करोड़ के आसपास है। पूरी दुनिया में 2 अरब लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। हर साल इसकी वजह से 6 लाख लोगों की मौत हो जाती है। एचआईवी की चर्चा इस देश में खूब होती है, लेकिन हेपेटाइटिस बी की चर्चा नहीं होती, जबकि यह उससे 100 गुना से भी ज्यादा संक्रामक है।
सौम्या को हुए हेपेटाइटिस बी के लक्षण
- अत्यधिक थकान महसूस होना।
- वायरस के कारण हल्का बुखार रहना।
- सिर दर्द होना।
- खाना खाने की इच्छा न होना।
- उल्टी होना।
- मल का रंग गहरा नजर आना।
- आपके मूत्र का रंग भी गहरा होना।
- आंखो और स्किन का पीला होना।
- कई बार क्रोनिक हेपेटाइटिस बी से ग्रस्त होने वाले व्यक्ति के लक्षण नजर न आना।
हेपेटाइटिस बी के कारण
- संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाना।
- संक्रमित व्यक्ति के साथ सुई शेयर करना।
- अंसक्रमित उपकरणों से गुदाई करवाना।
- संक्रमित व्यक्ति के साथ रेजर या टूथब्रेश जैसी चीजों को शेयर करना।
- संक्रमित मां को प्रजनन के दौरान हेपेटाइटिस बी वायरस बच्चे में आ जाना। इसलिए प्रेग्नेंसी के समय हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया जाता है।
- संक्रमित ब्लड को चढ़वाना।
हेपेटाइटिस बी से कैसे करें बचाव
- सुरक्षित यौन संबंध बनाना।
- संक्रमित सुई, टूथब्रश, रेजर आदि का इस्तेमाल करना।
- एक साधारण खून की जांच से यह पता चल जाए कि आप इस संक्रमण से बचे हुए हैं तो कोई देरी किए बगैर टीका ले लें।
हेपेटाइटिस बी संक्रमण का क्या है इलाज
हेपेटाइटिस बी संक्रमण के पुराने मरीजों का इलाज वायरल रोधी दवाओं से किया जाता है। ये दवाएं खून में वायरस की मात्र घटा सकती हैं या उन्हें हटा सकती हैं, जिससे लीवर सिरसिस या लीवर कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है।
यह वायरस 180 लाख लोगों को अब तक संक्रमित कर चुका है जिसका इलाज वैज्ञानिकों के पास स्थायी तौर पर अब तक नहीं है। इस वायरस से लड़ने के लिए अब तक कोई टीका तैयार दुनिया के वैज्ञानिक नहीं कर पाए हैं। अब तक दुनिया में 530 मीलियन लोग इस वायरस की चपेट में आ गए हैं।