नई दिल्ली: आप कोल्ड कॉफी या हॉट कॉफी पीना पसंद करते हैं? इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि एक रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि अगर आप गर्म कॉफी पीते हैं तो वह आपके हेल्थ के लिए ज्यादा फायदेमंद है। थॉमस जेफरसन यूनिवर्सिटी के मुताबिक हॉट कॉफी में एंटीऑक्सिडेंट ज्यादा होती है जो कोल्ड कॉफी में नहीं है। इसी यूनिवर्सिटी के को- ऑथर मेगन फुलर के मुताबिक हॉट कॉफी में एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा ज्यादा होती है। रिसर्चर के मुताबिक कॉफी हॉट हो या कोल्ड एसिडिटी की मात्रा ज्यादा होती है।
हाल में हुए एक शोध में पता चला है कि कोलड कॉफी पीने से कैंसर से बचाव होता है। इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की कैंसर शोध इकाई से जानकारी मिली है।
डब्ल्यूएचओ ने 1991 में कॉफी को ब्लैडर कैंसर का खतरा बढ़ाने वाले पदार्थ के रूप में वर्गीकृत किया था। लेकिन 1,000 से ज्यादा अध्ययनों की समीक्षा के बाद इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी), जो कि डब्ल्यूएचओ की इकाई है, ने कहा कि कॉफी को कैंसर उत्पन्न करने वाले खाद्य पदार्थो की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता।
द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी ने हालांकि आगाह किया है कि अगर बहुत गर्म कॉफी पी जाए तो उससे कैंसर का खतरा हो सकता है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएआरसी ने 23 वैज्ञानिकों से कॉफी और हर्बल चाय से जुड़े कैंसर के खतरे की समीक्षा करवाई, जिन्होंने कॉफी को कैंसर का कारक नहीं बताया।
डब्ल्यूएचओ की कैंसर रिसर्च इकाई का कहना है कि 65 डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म कॉफी पीने से ग्रासनली के कैंसर का खतरा हो सकता है।
जानिए क्या खास है कॉफी में
असल में कॉफी पीना अच्छा होता है, जिसका जवाब कॉफी का स्वाद नहीं, बल्कि इसमें छिपे फायदे हैं। क्या आप जानते हैं कि वर्कआउट करने से पहले अगर आप कॉफी पीते हैं, तो यह फैट को बर्न कर रक्तप्रवाह में फैटी एसिड को मुक्त करती है।
गर्म कॉफी में कॉफी के टुकड़े बहुत जल्दी टूटते है, जिसकी वजह से इसका स्वाद काफी स्ट्रॉन्ग होता है। साथ ही यह टेस्ट में थोड़ी एसिडिक भी होती है। वहीं, आपको कोल्ड कॉफी बनाने के लिए किसी ख़ास तापमान की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसे आप किसी भी समय तैयार कर सकते हैं। तो यह दोनों ही विधि एक अच्छी कॉफी का स्वाद लेने और बनाने के लिए बेहतर हैं।
गर्म कॉफी असल में जापानी तरीके से बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए, आपको ब्रयू को तैयार करना पड़ेगा। इसके लिए कॉफी और गर्म पानी को अच्छी तरह मिलाकर बर्फ के ऊपर डालें। हालांकि ऐसा करके आप कॉफी का ऑक्सीडाइज़ स्वाद थोड़ा ख़त्म कर देंगे, लेकिन फिर भी यह कॉफी आपको ताज़गी का अहसास देगी।
अमेरिकन्स का गर्म कॉफी बनाने का तरीका भी जापानीज़ की तरह है। वहीं, यहां की कोल्ड कॉफी बनाने का तरीका काफी लंबा है, जिसके लिए करीब 18-20 घंटे तक लग सकते हैं। इसे तैयार करने के लिए सबसे पहले बारीक पीसी हुई कॉफी को एक जार में डालें। फिर ऊपर से ठंडा पानी डालें, ध्यान रहे कॉफी और पानी का अनुमान 1:8 में होना चाहिए। इसके बाद इसे करीब 18 घंटे के लिए ढक्कर रख दें। समय बीतने के बाद कॉफी को मलमल के कपड़े के ऊपर डालें। कपड़े पर आए कॉफी के मोटे पीस को अलग कर फेंक दें। फिर इसमें थोड़ा दूध डालें, आपकी कॉफी तैयार है!
हालांकि इन दोनों ही तरह की विधियों पर कई सालों से चर्चा चल रही है, फिर भी ऐसा माना जाता है कि अगर कॉफी को लंबे समय तक रखा जाए, तो इसका ऑक्सीजन के साथ मिलने से स्वाद खराब होता है। वहीं, दूसरी ओर गर्म कॉफी के बनाने के तरीका में जब कॉफी गर्म पानी के साथ मिलाई जाती है, वह भी ज़्यादा तापमान पर, तो यह ऑक्सीडाइज़ हो सकती है, जिसकी वजह से इसके स्वाद में भी बदलाव आ जाता है। लेकिन कई लोगों का मानना यह है कि अगर गर्म कॉफी को बर्फ के ऊपर डाला जाए, तो इसका पूराना स्वाद वापस लाया जा सकता है।