International Yoga Day 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जून से लगातार अपने ट्विटर हैंडल ने एनिमेटेड सीरीज शेयर कर रहे हैं। इस सीरिज के जरिए वह लोगों को योग करने के लिए जागरुक करने के साथ-साथ योग के फायदे, तरीके और सावधानियों के बारें में बता रहे हैं। 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाएगा। जिसमें पीएम मोदी का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को योग दिवम से भाग लेने का लक्ष्य है।
योगासन के जरिए पीएम मोदी ने को कई योगासन के बारें में बताया। जो कि पूरे शरीर को फिट रखने के साथ-साथ रोगों को कोसों दूर रखेगा। तो आइए ट्वीटर पर शेयर किए गए पीएम मोदी के उन योगासनों के फायदे के बारे में जानें जिन्हें वह करने की सलाह दे रहे हैं।
शशांक आसन
इस आसन में किसी भी व्यक्ति की स्थिति खरगोश की तरह होती है।
कब्ज से राहत दिलाने के साथ
पीठ दर्द से राहत
हाई ब्लड प्रेशर, गठिया, पीठ में अत्यधिक दर्द वालों लोग यह आसन करने से बचे।
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भुजंगासन
इस आसन का अर्थ है कोबरा यानि नाग।
पीठ दर्द में आराम
पेट की चर्बी को घटाए
सांस संबंधी समस्या से दिलाए निजात
कब्ज की समस्या से निजात
हार्निया, अल्सर, पेट का ऑपरेशन और प्रेग्नेंट महिलाओं को यह आसन करने से बचना चाहिए।
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शलभासन
शलभासन योग करते समय शरीर का आकार शलभ (Locust) कीट की तरह होने से, इसे शलभासन(Locust Pose) कहा जाता हैं।
पीठ के निचले हिस्से में दर्द
सायटिका के दर्द
मांसपेशियों को आकार
वजन कम करने में मदद
जांघ की चर्बी को कम करें।
पेप्टिक अल्सर, हार्निया, हद्य रोग, हार्निया और प्रेग्नेंसी के समय न करें।
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सेतु बंधासन
सेतु बंधासन संस्कृत भाषा का शब्द है जहां सेतु का अर्थ पुल(Bridge), बंध का अर्थ बांधना(Lock) और आसन का अर्थ मुद्रा(Posture) से है। इस आसन को अंग्रेजी में ब्रिज पोज (Bridge Pose) कहा जाता है।
शरीर को रोगों से दूर रखने और मांसपेशियों का लचीलापन (flexibility) बढ़ाने के लिए लोगों के बीच यह आसन बहुत लोकप्रिय है। आमतौर पर यह आसन सुबह किया जाता है लेकिन शाम को भी इस आसन का अभ्यास किया जा सकता है। लेकिन शाम को इस आसन का अभ्यास करने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आपके पेट का भोजन अच्छी तरह पच चुका हो।
ध्यान योगाभ्यास
इसे मेडिटेशन या ध्यान के नाम से जाना जाता है।
इस योग को करने से तनाव और चिंता से निजात मिलेगा।
शरीर और दिमाग को सही रखेगा।
एक्रागता बढाएगा।
नकारात्मक विचारों सो दूर रखेगा।
यह अधिक सकारात्मक बनाएगा।
नाड़ीशोधन प्राणायाम
इस अनुलोम-विलोम के नाम से भी जाना जाता है।
इस योग को करने से हद्य रोगियों के लिए फायदेमंद
कफ संबंधी विकारों से निजात
एक्रागता बढाएं
तनाव से दिलाएं निजात