(Shivani Singh) भारत की बेटियां अब नए-नए इतिहास रच रही हैं। फिर चाहे वो किसी भी क्षेत्र में न हो। हाल ही में प्रतिष्ठित मैग्जीन फोर्ब्स इंडिया ने '30 अंडर 30- 2018' की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 30 साल से कम की उन महिलाओं को शामिल किया गया है जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ काम किया है। इनमें से एक नाम था दीपांजलि डालमिया। जिन्होंने हेल्थ केयर के कारण फोर्ब्स लिस्ट में शामिल किया गया। अब आप सोचेगे कि दीपांजलि ने ऐसा क्या काम किया।
30 साल के कम उम्र के लोग बस यहीं सोचते है कि वह आगे कैसे अपने करियर में बढ़े और कैसे बुलंदियों को छुएं। भारत जैसे देश की बात करें तो लड़कियों को लड़को के बराबरी का दर्जा दिया जाता है, लेकिन जरुरी नहीं है कि ऐसा हो। आज के समय में हर लड़की अपने समाज के लिए कुछ करना चाहती है। ऐसी ही कुछ कहानी है दीपांजलि डालमिया की।
दीपांजलि डालमिया एक सिंपल फैमिली से ताल्लुक रखती है। उन्होंने इतनी बड़ी उपलब्धि मात्र 2 साल में हासिल की। जो कि बहुत ही गर्व की बात है। दीपांजलि 'हेडे केयर' नाम की एक हेल्थ केयर कंपनी चलाती है। जो कि महिलाओं को बायो सैनिटरी नैपकीन पहुंचाती है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी काफी फायदेमंद है।
आज के समय में जो सैनिटरी नैपकीन आती है वो महिलाओं को गंभीर बीमारी तो देती है इसके साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाता है। इसी बात को ध्यान रख दीपांजलि डालमिया ने यह काम करना शुरु किया।
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