रुबेला
अगर प्रेग्नेंसी के समय आपको हल्का बुखार, सिरदर्द, जोड़ों का दर्द, खराश हो तो समझ जाइए कि आपके शरीर में रुबेला वाइरस प्रवेश कर गया है। यह वाइरस अधिकतर छींक के जरिए ही फैलता है। स्वस्थ लोगों में इसके लक्षण हल्के बुखार, सिरदर्द, जोड़ों का दर्द, खराश के तौर पर दिखते हैं, पर गर्भवती महिलाओं में यह गर्भपात व नवजात शिशु में जन्मजात कमियों का कारण बन सकता है।
इस वाइरस से संक्रमण के लिए एमएमआर (मीजल्स, मम्प्स, रुबेला) नामक टीका लगाया जाता है। हालांकि ये टीका भारतीय सामान्य टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है, पर कई राज्य शासित कार्यक्रमों में इसे शामिल किया गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार गर्भधारण करने से कम से कम एक माह पहले ये टीका लगवाना बेहतर रहता है। इस वायरस में एक लिवर वायरस होता है, जिससे बच्चे को रुबेला इंफेक्शन हो सकता है, ऐसे में गर्भवती महिलाओं को यह टीका नहीं लगवाना चाहिए।