नई दिल्ली: अगर आप समझते हैं कि कार्यालय में काम के दबाव को आप सहन नहीं कर सकते, तो थोड़ा सुस्ता लीजिए। हां, एक और बात आपकी चिंता बढ़ा सकती है, और वह है ठीक से नींद न लेना। एक नए शोध में पता चला है कि काम का बोझ, बोझ से तनाव और ठीक से नींद नहीं लेना उच्च रक्तचाप से ग्रस्त लोगों में दिल की बीमारी से मौत के खतरे को तीन गुना अधिक बढ़ा देता है।
जर्मनी के तकनीकी विश्वविद्यालय में म्यूनिख के प्रोफेसर व अध्ययन लेखक कार्ल-हेंज लाडविग ने कहा, "नींद से ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में, आराम दिलाने में और तनाव मुक्त होने में मदद मिलती है। अगर आप को काम का तनाव है तो नींद लेने से आप को ठीक होने में मदद मिलती है।"
लाडविग ने कहा, "दुर्भाग्य से सही से नींद न ले पाना और काम का तनाव साथ-साथ होता है, और जब यह उच्च रक्तचाप के साथ मिलती है तो परिणाम और भी घातक होते हैं।" अध्ययन में हृदय रोग या मधुमेह रहित 25 से 65 की आयु के 2,000 कर्मचारियों ने भाग लिया, जिन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत थी।
बिना काम के तनाव और अच्छी नींद वाले लोगों की तुलना में, दोनों जोखिम कारकों वाले लोगों में हृदय रोग से मृत्यु की आशंका तीन गुना अधिक थी। 'यूरोपीय जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी' में प्रकाशित निष्कर्षों से यह पता चला।
अध्ययन में कहा गया है कि अकेले काम के तनाव वाले लोगों में 1.6 गुना अधिक जोखिम था, जबकि केवल खराब नींद वाले लोगों में 1.8 गुना अधिक जोखिम था।
लाडविग ने कहा, "एक दबाव वाली स्थिति में फंस जाने पर आपके पास बदलने की कोई शक्ति नहीं होना हानिकारक है।"