हेल्थ डेस्क: आज के समय में हर कोई नकली दूध से परेशान है। जिसके चलते सेहत के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। जहां एक और दूध की कीमत दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। वह उतना ही मिलावटी होता जा रहा है। हाल तो इतना खराब हो गया है कि दूध के शुद्ध होने की गारंटी 10 प्रतिशत तक रह गई है। यहां तक की पैकेट वाला दूध में भी मिलावट आने लगी है।
दिक्कत का सामना तब हमें करना पड़ता है जब हमें इस बात का पता नहीं होता है कि जो दूध हम इस्तेमाल कर रहे है वो असली है कि नहीं। क्योंकि दोनों देखने में एक जैसे ही लगते है, लेकिन अगर थोड़ा सा सावधानी बरती जाएं तो इस जहरीले दूध से हम खुद को और अपने परिवार को बचा सकते है। इसके लिए आपको मेहनत नहीं करनी है। बस इस टिप्स को फॉलो करें और आप चुटकियों में इस बात का पता लगा सकते है कि दूध असली है कि नकली। जानिए इन टिप्स के बारें में।
स्टार्च टेस्ट
स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट सबसे ज्यादा आलू में पाया जाता है। अगर इसे दूध में मिलाया जाता है तो कार्बोहाइड्रेट तेजी से बढ़ जाता है। इसे दूध में जानने के लिए 2 चम्मच नमक 5 मिली दूध में डालें। अगर दूध का रंग नीला हो जाएं तो समझ लें कि इसमें अधिक मात्रा में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट है। (फलों पर लगे स्टीकर को भूल से भी न करें इग्नोर, उसके पीछे का कारण जान आप भी हो जाएंगे हैरान)
पानी वाला दूध
अगर दूध में पानी मिला हुआ है, तो आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। क्योंकि जरुरी नहीं कि आपका दूध वाला या फिर वेंडर उसमें प्योर पानी नहीं मिलाया है। इसकी पहचान के लिए आप कुछ दूध लेकर ऐसी जगह डालें जहां से वह नीचे आएं। अगर वो सीधे चला आता है तो असली है। वहीं अगर बूंद बनती है तो समझ लें कि उसमें पानी मिला हुआ है।
केमिकल्स युक्त दूध
सिंथेटिक दूध में अधिकतर साबुन मिक्स किया जाता है। जो कि हमारे बच्चों के लिए बहुत ही खतरनाक है। इसके लिए आप हाथ में थोड़ा सा दूध हाथ पर डालकर रगड़े तो आप साबुन समझ आ जाएगा। वहीं दूसरा रास्ता है कि दूध को उबालते समय उसका रंग पीला हो जाएगा। जो समझ लें कि इसमें मिलावट है।
डालडा या वनस्पति
वनस्पति हमारी सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। क्योंकि वेंडर लोग बहुत ही खराब क्वालिटी का डालडा और वनस्पति इस्तेमाल करते है। दूध में मिला है कि नहीं इसके बारें में जानने के लिए 2 चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड, 1 चम्मच चीनी और एक चम्मच दूध डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें। अगर इसका रंग लाल हो जाता है तो समझ लें कि दूध अशुद्ध है। (कंबोर्ड सीट पर दो 'फ्लश बटन' होने की यह है असली वजह, जानिए क्यों)
दूध में Formalin तो नहीं
Formalin का इस्तेमाल अधिकतर पैक्ड दूध में किया जाता है। जिससे कि यह ज्यादा दिन तक चलें। इसके बारें में जानने के लिए एक टेस्ट ट्यूब में 10 मिली दूध लें और उसमें सावधानी के साथ 2-3 बूंद सल्फ्युरिक एसिड डालें। अगर थोड़ी देर में टेस्ट टयूब में ऊपर साइड नीले रंग का रिंग बन जाता है तो समझ लें कि इसमें Formalin मिक्स किया गया है।
वॉशिंग पाउडर
दूध में वॉशिंग पाउडर मिला है या नहीं, इसके लिए दूध को कांच की पतली शीशी में लें। अब इसे जोर-जोर से हिलाएं। अगर झाग ज्यादा बने और काफी देर तक झाग बना रहे तो समझ लीजिए कि दूध में वॉशिंग पाउडर की मिलावट है।