किशमिश
इसमें कुछ तरह के फ्लेवनॉइड और फोटोफिनॉल पाए जाते हैं जो कि मुंह में पैदा होने वाले बैक्टीरिया की रोकथाम करते हैं। जिससे मुंह में कैविटी नहीं होती।
नमक
नमक में मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों के कारण यह कैविटी में फायदेमंद साबित हो सकते है। यह दर्द और सूजन को कम करने, किसी भी प्रकार के संक्रमण और मुंह में बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकने में मदद करता है। इसके लिए एक चम्मच नमक को गर्म पानी में मिला लें। फिर इस पानी को मुंह में कुल्ला करें। इस उपाय को दिन में कम से कम 3 बार जरुर करें।
लहसुन
इसमें एंटी बैक्टीरियल के साथ-साथ एंटीबायोटिग गुण पाएं जाते है। जो कि दांतों के टूटने और कैविटी की समस्या को दूर करने में मदद करता है। इसके लिए 3 से 4 लहसुन की कली को कुचलकर और एक चौथाई चम्मच सेंधा नमक मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इसे संक्रमित दांत पर लगाकर 10 के लिए छोड़ दें। इसे रोजाना कुछ दिन कम से कम 2 बार ट्राई करें।
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