हेल्थ डेस्क: इस समस्या को दांतो की दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी समस्या मानी जाती है। इसके बारें में लोग जागरुक तो बहुत ही ज्यादा है, लेकिन दांतो की ड्रिलिंग तकनीक के कारण कई लोग घबरा जाते है।
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ऐसे होती है कैविटी
दांतों में कैविटी जमने का मतलब होता है दांतों के सड़ने पर उसकी सतह पर होने वाले छिद्र। कैविटी किसी भी उम्र के इंसान को हो सकती है। इसके होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे, ज्यादा मीठा खाना या दांतो में बैक्टीरिया होना। यदि दांतों की कैविटी को भरा नहीं गया तो आप जो कुछ भी खाएंगे वह दांतों के बीच में जा कर फस जाएगी। इसलिये इसके इलाज से बेहतर है कि इसको पैदा होने से ही रोक लिया जाए। अगर कैविटी ज्यादा हो तो दांतों में दर्द और मसूडों में सूजन पैदा हो सकती है। मुंह में मौजूद एसिड के कारण दांतों के इनेमल खोखले होने लगते हैं जिसके कारण कैविटी का निर्माण होता है।
अगर आप कैविटी की समस्या से निजात पाना चाहते है, तो कुछ घरेलू उपाय कर इस समस्या से लड़ सकते है। जानिए इस समस्या से निजात पाने के घरेलू उपाय।
लौंग
लौंग में एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एनाल्जेसिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाएं जाते है। जो कि कैविटी के साथ-साथ दांतों की किसी भी प्रकार की समस्या से निजात दिला सकते है। इसके साथ ही लौंग कैविटी रोकने का काम करता है। इससे निजात पाने के लिए एक चौथाई चम्मच तिल के तेल में 2 से 3 बूंदें लौंग के तेल की मिलाकर लें। इस मिश्रण को रात को सोने से पहले कॉटन बॉल में लेकर प्रभावित दांत में लगाएं।
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