डॉ. पिल्लई और डॉ. अग्रवाल ने कहा, "हमें धूम्रपान और शराब के सेवन जैसी बीमारियों से तौबा करने का प्रण करना चाहिए। उच्च मात्रा में ट्रांस फैट, सोडियम और रिफाइंड शूगर वाली चीजों के खानपान को कम करना चाहिए।
शांत रहे, पाजिटिव सोच रखें, गुस्से से रहे दूर
ऑफिस का माहौल और काम में बेशक कई रुकावटें आएं लेकिन ऐसे समय में आपको सकारात्मक रहकर योजनाएं बनानी चाहिए। लाइफ में कूल रहकर आप बेहद सफल साबित हो सकते हैं। हमें शुद्धतावादी नजरिए को अपना कर तनाव से बचना चाहिए और गुस्से व नकारात्मक सोच से दूर रहना चाहिए। अगर बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाएं जाएं। जीवनशैली से जुड़ी ज्यादातर समस्याएं रोके जा सकती हैं और उनका इलाज भी हो सकता है।"
स्मोकिंग से टेंशन कम नहीं होता,बीपी और हार्टबीट बढ़ती है
डॉ. पिल्लई और डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आम तौर पर लोग सोचते हैं कि धूम्रपान से तनाव कम होता है, जो कि एक बहुत बड़ा मिथक है। ज्यादा धूम्रपान से ब्लड प्रेशर, दिल की धड़कन बढ़ती है और दिमाग को ऑक्सीजन की सप्लाई कम होती है। बीमारी रहित जीवन के लिए आपको धूम्रपान तुरंत छोड़ देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शराब समाज में पाए जानी वाली सबसे खतरनाक बुराई है। यह कई तरह की बीमारियों का कारण बनती है। यह दिल के रोगों को और गंभीर बना सकती है और लीवर की खराबी का कारण बनती है। यह मोटापे और तनाव को भी बढ़ाती है।
5 मिनट तेज कदम चलें,10 मिनट की स्ट्रेचिंग करें
टेंशन को दूर रखने के लिए आहार के साथ साथ ही व्यायाम का भी उतना ही महत्व है। डॉक्टरों के अनुसार हमें हर रोज हर रोज व्यायाम करना चाहिए, जिसमें 5 मिनट की तेज कदम सैर और 10 मिनट तक स्ट्रेचिंग जरूर करना चाहिए। नियमित व्यायाम से तनाव और मोटापे पर भी नियंत्रण रहता है।
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