नई दिल्ली: कैंसर आज के टाइम में सबसे जानलेवा बीमारी है, इस बीमारी को लेकर सबसे खास बात यह है कि इस बीमारी का पता शुरुआत में नहीं चलती है बल्कि धीरे-धीरे यह बढ़ जाती है और खतरनाक रूप ले लेती है। कैंसर एक ऐसी बीमारी जिसका नाम सुनते ही हर कोई अपने आखिरी दिनों का इंतजार करने लगता है। 4 फरवरी को पूरी दुनिया में वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। कैंसर से पिछले साल यानी 2018 में पूरी दुनिया में करीब एक करोड़ लोगों की मौत हुई थी। वहीं, कैंसर की बीमारी के लक्षण का पता नहीं चलता है।
कैंसर से शरीर की किसी भी हिस्से की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती हैं। इसके कारण कैंसर बॉडी के एक हिस्से से दूसरे हिस्सों में फैलता है। धीरे-धीरे ये पूरे शरीर को जकड़ लेता है। शरीर के किसी एक हिस्से में होने वाले कैंसर को प्राइमरी ट्यूमर कहते है। इसके बाद शरीर के दूसरे हिस्सों में होने वाला ट्यूमर मैटास्टेटिक या सेकेंडरी कैंसर कहलाता है।
ये होती है चार स्टेज
कैंसर की पहली और दूसरी स्टेज में इसका ट्यूमर छोटा होता है। ये आस-पास के टिश्यूज की गहराई में नहीं फैलता है। यही वजह है कि इन स्टेज में ही कैंसर का पता लगने पर इसका इलाज संभव है।तीसरे स्टेज में कैंसर बॉडी में विकसित हो चुका होता है। ट्यूमर बड़ा हो चुका होता है और इसके अन्य अंगों में फैलने की संभावना बढ़ जाती है।वहीं, चौथी अवस्था कैंसर की आखिरी अवस्था होती है। इसमें कैंसर अपने शुरुआती हिस्से से अन्य अंगों में फैल जाता है। इसे मैटास्टेटिक कैंसर कहा जाता है।
ये हैं घरेलू उपाय
विटामिन और पोषणयुक्त आहार: अपने डाइट में हरी और पत्तेदार सब्जियों को शामिल कीजिए। सब्जियों और फलों में फाइबर होता है जो कैंसर से बचने में मदद करता है।
नियमित व्यायाम: कैंसर से बचने के लिए कम से कम सप्ताह में पांच दिन 30 मिनट के लिये वॉक कीजिए। अगर वॉक का समय ना हो तो घर पर ही कुछ हल्की एक्सरसाइज करें। खासकर ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए महिलाओ को एक्सरसाइज करना जरुरी है।
सही तरह से खाना: ठंडे खाने को गरम करके खाने से बचें। ज्यादा तला तथा माइक्रोवेव में बना खाना पौष्टिकता को लगभग खत्म कर देता है। सबसे बेहतर है कि उबालकर बनाए और कम तेल/ घी का इस्तेमाल करें।
चीनी और नमक का कम सेवन करें: मीठी चीजों को खाने से बचें। ज्यादा मात्रा में मिठाइयां खाना सही नहीं है। खाने में नमक की मात्रा कम रखें। ज्यादा नमक खाने से पेट का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है और यह बी पी भी बढ़ाता है। चीनी में लो फाइबर होता है जो शरीर की पोषक क्षमता को कमजोर करता है।
धूम्रपान और मदिरापान न करें: ऐसे तो सभी जानते हैं कि धू्म्रपान सेहत के लिए हानिकारक है और इसे छोड़कर ब्लड कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। धूम्रपान से शरीर में के निकोटीन की मात्रा बढ़ती है जो कई प्रकार के कैंसर के लिए जिम्मेदार है। धूम्रपान से फेफडे़ और मुंह का कैंसर होता है। रिसर्च के मुताबिक, हर 100 ब्लड कैंसर के रोगियों में 4 रोगियों को धूम्रपान से कैंसर होता है।