डॉ अग्रवाल ने आगे कहा, "बच्चों में शुरुआत से ही अच्छे पोषण संबंधी आदतें पैदा करना महत्वपूर्ण है। सही उम्र से ही पर्याप्त शारीरिक गतिविधि सुनिश्चित करना हर बच्चे के विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है। लाइफस्टाइल रोगों की रोकथाम प्रारंभ करना चाहिए। विद्यालय छात्रों के जीवन को आकार देने में मदद कर सकते हैं और बचपन के मोटापे के विरुद्ध लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बचपन में स्वस्थ आदतों का मतलब है एक स्वस्थ नागरिक का निर्माण।"
ऐसे पाएं बुरी आदतों से निजात
- शुरुआत में ही स्वस्थ खाने की आदतों को प्रोत्साहित करें।
- कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थ कम ही दें। उच्च वसायुक्त और उच्च चीनी या नमकीन वाले नाश्ते को सीमित ही रखें।
- बच्चों को शारीरिक रूप से सक्रिय होने का महत्व बताएं।
- प्रतिदिन कम से कम 60 मिनट की तेज शारीरिक गतिविधि में बच्चों को भी शरीक करें।
- बच्चों को अधिक समय तक एक स्थान पर बैठने से रोकें।
- बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।