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डायबिटीज के मरीजों को दिल का रोग होना, हो सकता है जानलेवा

टाइप2 मधुमेह से पीड़ित और कॉन्जेस्टिव हर्ट फेल्योर (हृदय गति रुकने) के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाला चार में से एक रोगी ही अगले 18 महीने तक जीवित रह पाता है। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है। यह निष्कर्ष मधुमेह और दिल के गंभीर रोग से पीड़ित...

IANS
Updated on: June 14, 2016 8:36 IST
Global study reveals diabetes and heart disease can be a...- India TV Hindi
Image Source : PTI Global study reveals diabetes and heart disease can be a deadly combination

हेल्थ डेस्क: टाइप2 मधुमेह से पीड़ित और कॉन्जेस्टिव हर्ट फेल्योर (हृदय गति रुकने) के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाला चार में से एक रोगी ही अगले 18 महीने तक जीवित रह पाता है। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है। यह निष्कर्ष मधुमेह और दिल के गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों की दशा की भयावहता पर प्रकाश डालता है।

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युनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकट हेल्थ सेंटर (यूकॉन हेल्थ) के मुख्य शोधकर्ता विलियम बी.व्हाइट ने कहा, "हृदय के गंभीर रोग के साथ टाइप 2 मधुमेह के मरीजों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है, ताकि अगले अटैक को रोका जा सके।"

टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों को हृदय रोग की संभावना आम लोगों से अधिक होती है।

ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि मोटापा तथा अन्य बीमारियां जैसे उच्च रक्तचाप व शरीर में बढ़ा कॉलेस्ट्रॉल दोनों बीमारियों को न्योता देता है, लेकिन चिंता वाली बात यह है कि रक्त शर्करा कम करने के लिए ली जाने वाली दवाएं हृदय को गंभीर क्षति पहुंचाती हैं।

यहां तक कि स्वस्थ व्यक्ति को स्वाभाविक तौर पर मिलने वाला इंसुलिन भले ही शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं डालता, लेकिन अगर इसे टाइप 2 मधुमेह पीड़ित एक दवा के तौर पर लेता है, तो इससे उसके हृदय को क्षति पहुंचती है।

शोध के निष्कर्ष को न्यू ऑर्लियंस में अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (एडीए) की सालाना बैठक में प्रस्तुत किया गया और एडीए की पत्रिका 'डायबीटिज केयर' में प्रकाशित किया गया।

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