नई दिल्ली: भारी और शरीर में गर्मी पैदा करने वाले भोजन इस समय न लें। इस मौसम में जितना हो सके, भारी भोजन और तैलीय पदार्थ, ज्यादा नमक, मसाले और खट्टी चीजें न लें। ताजे फलों, सलाद और स्मूदी का प्रयोग करें। इसके अलावा सौंफ के बीज और नींबू के रस का भी प्रयोग करें।
जौ का आटा और प्याज के पेस्ट को शरीर पर लगाने से लू से शीघ्र आराम मिलता है। आहार में मांस और तले, भुने, मसालेदार और तेज नमक-मिर्च वाले भोजन को कम करें। चाय और कॉफी को कम करें। इस तरह के पेय पदार्थ शरीर में गर्मी पैदा करते हैं। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए पुदीना, खीरा और गुलाबजल आदि से नॉन-अल्कोहलिक पेय घर पर बनाएं और उसका सेवन करें।
हरी पत्तेदार सब्जियां गर्मी के सीजन में ठंडक और ताकत देंगी। रोज अलग-अलग फल और सब्जियां खाने में विविधता के साथ शरीर को सेहतमंद भी बनाएंगे। आयुर्वेदाचार्य, डॉ. नवीन जोशी के अनुसार, सुबह के वक्त योग करने से शरीर को ठंडक मिलती है। शीतली प्राणायाम, चन्द्रभेदी और सूर्यभेदी में सांस लेने और छोड़ने से भी शरीर को गर्मी में राहत मिलती है।
इसके अलावा खांड कल्पना यानी चंदन, मूसली, खस और नागरमोथा के पाउडर का काढ़ा बनाकर पीने से भी शरीर को शीतलता मिलती है। जहां तक गर्मियों में ऑयली स्किन का सवाल है, तो हल्दी-चंदन के पाउडर का लेप चेहरे पर लगाने से इस समस्या से काफी हद तक आराम मिलता है।
इसके अलावा अगर आंवले का मुरब्बा गर्मियों में लिया जाए, तो यह भी शरीर को बेहद फायदा करता है। इस तरह कुछ आयुर्वेदिक और यौगिक तरीके शरीर के तापमान को मेंटेन बनाए रखेंगे और लू, डिहाइड्रेशन जैसी दिक्कतें नहीं होंगी।