आईएमए अध्यक्ष ने बताया, "एनएएफएलडी का अक्सर तब पता चल पाता है जब लिवर की कार्य प्रणाली ठीक न पाई जाए, हेपेटाइटिस न होने की पुष्टि हो जाए। हालांकि, लिवर ब्लड टैस्ट सामान्य होने पर भी एनएएफएलडी मौजूद हो सकता है। किसी भी बीमारी को और अधिक गंभीर स्तर तक आगे बढ़ने से रोकने के लिए कुछ हद तक जीवनशैली में परिवर्तन करने की जरूरत होती है।"
ऐसे करें खुद का बचाव
- वजन संतुलित रखें।
- फलों व सब्जियों का खूब सेवन करें।
- हर दिन न्यूनतम 30 मिनट शारीरिक व्यायाम करें।
- शराब का सेवन सीमित करें या इसे लेने से बचें।
- केवल आवश्यक दवाएं ही लेनी चाहिए और परहेज पर ध्यान दें।