नई दिल्ली: सर के बाल झड़े या आईब्रो के बाल झड़े यह बात काफी सोचने वाली है। क्योंकि आपके बॉडी में कुछ भी ऐसे ही नहीं होता इसके पीछे कई कारण होते हैं। आपके आईब्रो के बाल अचानक से झड़ने लगे तो इसे हल्के में बिल्कुल न ले क्योंकि ये आपके शरीर में होने वाली कई बीमारी के लक्षण हो सकते हैं।
सिर के बालों की ही तरह हमारी पलकों और भौहों के बालों का भी झड़ना भी चिंता का विषय है। कई बार पलकों के बाल गिरने के पीछे कोई समस्या या बीमारी भी कारण हो सकती है। सर गंगाराम हॉस्पिटल, दिल्ली में डर्मटालजिस्ट, डॉ. रोहित बत्रा बता रहे हैं पलकों के गिरने के आम कारणों के बारे में जिनकी समय रहते पहचान होने से आपके लिए उनका इलाज करने में आसानी होगी।
हाइपथाइरॉइडिज़म
पलकों के गिरने की सबसे बड़ी वजहों में से एक है हाइपथाइरॉइडिज़म (Hypothyroidism) जो आपके शरीर के बालों की ग्रोथ को भी प्रभावित करती है। यह वज़न बढ़ने, पुरानी थकान और बाल झड़ने जैसे थाइरॉइड के गंभीर संकेतों में गिना जाता है।
ट्रिकोटिलोमेनिया
वे लड़कियां जिन्हें अपनी आईब्रोज़ के बाल प्लक करने की आदत है उन्हें बता दें कि इस तरह भौंहों के बालों को प्लकर से उखाड़ने के कारण पलकें झड़ सकती हैं। जी हां, पलकें झड़ना ट्रिकोटिलोमेनिया (Trichotillomania) का एक महत्वपूर्ण संकेत है। हालांकि इस डिसऑर्डर का कोई निश्चित कारण नहीं है पर ऐसा कहा जाता है कि तनाव की वजह से बालों के साथ पलकें भी गिरने लगती हैं।
एलोपेशिया एरियाटा
एक स्व-असंक्राम्य बीमारी कहे जानेवाले एलोपेशिया एरियाटा (Alopecia Areata) की वजह से बहुत से लोगों को पलकें और शरीर के बालों के गिरने की समस्या हो सकती है। इसे स्पॉट बॉल्ड्नस भी कहा जाता है। इस स्थिति में छोटे-छोटे चकत्तों में गंजापन और भौंहो के पतले होने जैसी समस्याएं होती हैं।
कुष्ठरोग-
त्वचा की बीमारी कुष्ठरोग (कोढ़) या लेप्रसी(Leprosy) एक इन्फेक्शन है जो शरीर के अवययों को प्रभावित करता है। इसका प्रभाव आंखों विशेषकर भौंहो के आसपास की त्वचा पर भी देखा जा सकता है। कोढ़ की समस्या से पीड़ित लोग अक्सर शिकायत करते हैं कि उन्हें शरीर में कोई संवेदना महसूस नहीं होती और उनके बाल विशेषकर भौंहों के बाल गिरने लगते हैं।
पोषण की कमी
अगर खान-पान पर ध्यान न दिया जाए तो पोषक तत्वों की कमी के कारण भी आपकी आइब्रोज के बाल गिर सकते हैं। आयरन, जिंक, कैल्शियम, बायोटिन, सेलेनियम, विटामिन डी और बी12 की कमी के कारण आपकी भौंहों के बाल कम होने लगते हैं। इसी तरह प्रोटीन की कमी भी बालों के विकास को प्रभावित करती है।
कीमोथेरेपी
जी हां, कीमोथेरेपी(Chemotherapy) की कुछ दवाइयों से भी आपके बाल कम हो सकते हैं। सिर के साथ पलकों और भौंहों के बाल भी गिरने लगते हैं। बालों का झड़ना बाक़ी दवाइयों के भी साइड इफेक्ट के लक्षणों के तौर पर देखा जाता है। ऐसी स्थिति में बालों को दोबारा उगने के लिए कई महीनों का समय लग जाता है।