अपनी वस्क्यूलर हैल्थ पर भी ध्यान रखिये
उच्च रक्तचाप, उच्च ब्लड शुगर, उच्च कॉलेस्ट्रॉल और उच्च ट्रिगलीसेराइड्स हृदय की धमनियों को नुकसान पहुंचाते हैं और इससे हृदयाघात और मस्तिष्काघात भी हो सकता है। इसका नतीजा इरेक्टाइल डिसफंक्शन के रूप में भी सामने आता है। एचडीएल यानी अच्छे कॉलेस्ट्रॉल की कमी और मोटापा बढ़ना भी इसके कारण हैं। अपने डॉक्टर से मिलें और जानें कि कहीं कोई वस्क्यूलर प्रणाली तो प्रभावित नहीं है ताकि आपका दिल, दिमाग ठीक रहे और सेक्स स्वास्थ्य बना रहे।
अपने आकार पर ध्यान रखें
दुबला पतला रहने का प्रयास करें। कमर की मोटाई अगर 40 इंच तक पहुंच जाए तो ऐसे पुरुषों में 32 इंच कमर वाले मर्दो के मुकाबले इरेक्टाइल डिसफंक्शन का जोखिम 50 प्रतिशत अधिक होता है। लिहाजा वजन नियंत्रण में रखें। मोटापे से वस्क्यूलर विकार और मधुमेह का जोखिम बढ़ता है और ये इरेक्टाइल डिसफंक्शन के प्रमुख कारण हैं। अतिरिक्त फैट पुरुषों के हार्मोस को प्रभावित करते हैं और यह भी समस्या की जड़ हो सकता है।
अगली स्लाइड में पढ़े और उपायों के बारें में