हिलाकिवी क्लार्के ने कहा, ऐसा माना जाता है कि पर्यावरणीय कारक और भोजन जैसे जीवनशैली कारक मानव जाति में स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए महिलाओं और उनकी संतानों में इस खतरे में इजाफा के लिए जिम्मेदार जैविक तंत्र के खुलासे के लिए हमने पशु मॉडल का इस्तेमाल किया।
इससे पहले हुए अध्ययनों में उन्होंने पाया कि जिन चुहियों ने गर्भावस्था के दौरान अधिक वसायुक्त भोजन किया था उनकी मादा संतानों में स्तन कैंसर का खतरा अधिक था। यह अध्ययन ‘ब्रेस्ट कैंसर रिसर्च’ में प्रकाशित हुआ है।