हेल्थ डेस्क: प्रोस्टेट कैंसर दुनियाभर में पुरुषों की मृत्यु का छठा सबसे प्रमुख कारण है। भारत में इसकी स्थिति काफी चिंताजनक है, इसलिए इस ओर पर्याप्त ध्यान देने की जरूरत है। 85 फीसदी कैंसर का इलाज दवाइयों से किया जा सकता है, जबकि 10 से 15 फीसदी का इलाज सर्जरी से हो सकता है।
बाइजीन प्रोस्टेटिक इनलारजमेंट सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिसमें उम्र के साथ आमतौर पर 40 साल के बाद प्रोस्टेट का आकार बढ़ता है और इससे एलयूटीएस यानि मूत्रयोनि के निचले हिस्से में लक्षण उभरकर आ सकते हैं।" (कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचना है भूलकर भी न करें इस चीज का यूज)
एक शोध में ये बात सामने आई कि रोजाना ऑर्गेज्म प्रोस्टेट कैंसर से पुरुषों के बचा सकती है। रिसर्च के मुताबिक, रोजाना सेक्स करके ऑर्गज्म के जरिए पुरुष टॉक्सिंस को शरीर से बाहर कर सकते हैं। हार्वड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि फ्रिक्वेंट इजैकुलेशन सीमन प्रोड्यूसिंग ग्लैंड को हेल्दी रखता है. ऐसे में एक महीने में 21 बार इजैकुलेशन से संभव है। (सब माचिस की तीली कह आपको चिढ़ाते हैं, तो ऐसे बढ़ाएं अपना वजन)
यूरोपियन यूरोलॉजी जर्नल में पब्लिश इस रिसर्च में ये भी पाया गया कि उच्च स्तरीय सेक्सुअल एक्टिविटी से 33% प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा टल जाता है। एक महीने में 21 बार सेक्स यानि सालभर में 252 बार सेक्स करने से प्रोस्टेट कैंसर से पुरुष बच सकते हैं।
हालांकि शोधकर्ता ये नहीं पता लगा पाएं हैं कि इजैकुलशन और प्रोस्टेट कैंसर के लोअर रिस्क का क्या संबंध है, लेकिन इतना तय है कि ऑर्गेज्म के जरिए टॉक्सिंस बॉडी से बाहर निकाल देता हैं। केवल यूके में ही 40,000 पुरुषों को हर साल प्रोस्टेट कैंसर की शिकायत होती है और इनमें से 11,000 पुरुषों की हर साल मृत्यु भी हो जाती है।
शोधकर्ता चेतावनी देते हैं कि 2026 तक ये आंकड़ा 15,000 तक पहुंच सकता है। यूके में ये कैंसर तीसरा सबसे बड़ा मौत का कारण है। इस बारें में शोधकर्ता कहते हैं कि एक्टिव सेक्स लाइफ सेहतमंद होने की ओर भी इशारा करता है। साथ ही ये कैंसर के खतरे को भी कम करता है, इसके अलावा अच्छी डायट, एक्सरसाइज रूटीन और रेगुलर चेकअप भी प्रोस्टेट कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से बचा सकता है।