नई दिल्ली: दिल हमारे शरीर का सबसे नाजुक अंग होता है और कोई भी चीज इसे आसानी से नुकसान पहुंचा सकती है। जब कोई व्यक्ति भावनात्मक तनाव महसूस करता है तो व्यक्ति का दिल सबसे पहले प्रभावित होता है जो कि हार्ट अटैक का कारण बनता है। तनाव लेने से हार्ट अटैक का कारण हो सकता है। भारत में हार्ट अटैक से मरनें वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। साल 2015 में भारत में हार्ट अटैक से मरनें वालों की संख्या 25 मिलियन है जबकि यूनाइटेड यूरोप में यह करीब 16 मिलियन के आस-पास। जानिए हार्ट अटैक के लक्षण और उससे बचने के उपाय।
आज के समय में हमारी दिनचर्या का सबसे बड़ा कारण हार्ट अटैक बन रहा है। जिसके कारण इससे निपटने और हार्ट-हेल्दी वातावरण बनाने के लिए विश्व हार्ट डे 2015 थीम दिल को स्वस्थ रखने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। आज पूरें विश्व में विश्व हार्ट डे मनाया जा रहा है। इस बार विश्व हार्ट डे पर ‘हार्ट चॉइस नॉट हार्ड चॉइस’ स्लोगन लोगों को हेल्दी हार्ट के लिए प्रेरित कर रहा है। जानिए इसके लक्षण और बचनें के उपायों के बारें में।
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