डायबिटीज के मरीजों के लिए सलाह :
- रमजान के दौरान रोजे रखने जा रहे हैं तो शुरुआत में अपनी सेहत की जांच जरूर करवा लें।
- पहले से जानकारी होने से सुरक्षित और सेहतमंद रोजे रखे जा सकते हैं। क्या करना है और क्या नहीं करना है, के बारे में जब जानकारी होगी, तभी वे खुद पर नियंत्रण रख सकेंगे और वक्त पर बचाव के लिए कदम उठा सकेंगे।
- खानापान का प्लान अपनी निगरानी में बनाना चाहिए। अधिक मीठे, फैट और कार्बोहाइड्रेट वाला खाना खाने से बचें।
- डीहाइड्रेशन से बचने के लिए मीठा रहित ज्यादा तरल आहार लेते रहें।
- जिन्हें टाइप 1 डायबिटीज है, उन्हें डॉक्टर से इन्सुलिन की डोज एडजस्टमेंट करवा लेनी चाहिए, क्योंकि हाइपोग्लेस्मिया का खतरा होता है। टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को डॉक्टर से सलाह लेकर डाइट चार्ट बनवा लेना चाहिए और डायबिटीज मैनेजमेंट का पूरा प्लान ले लेना चाहिए।
- प्रतिकूल प्रभाव से बचने के लिए डायबिटीज की जांच लगातार करते रहना चाहिए।
- अगर मरीज की शूगर 70 से कम हो जाए या 300 तक पहुंच जाए तो उसे तुरंत रोजा खोल लेना चाहिए।