क्या है एंजाइटी डिसऑर्डर
एंजाइटी को हम नार्मल भाषा में चिंता कह सकते हैं। जब व्यक्ति ज़रुरत से ज़्यादा किसी बात या परिस्थिति को लेकर सोचने लगता है। धीरे-धीरे यही सिलसिला बरकरार रहने पर व्यक्ति एंजाइटी का शिकार हो जाता है।
एंजाइटी में कुछ व्यक्ति सम्बन्धित ऑब्जेक्ट या सिचुएशन के बारे में जब सोचते हैं, तो उनकी हार्ट बीट असंतुलित हो जाती है। कुछ लोगों में इस समय तेज़ पसीना भी आने लगता है। सम्बन्धित सिचुएशन में व्यक्ति अगर सामान्य बिहेव नहीं कर पाता है, इसका मतलब वो एंजाइटी का शिकार हो सकता है।
इंजाइटी डिसऑर्डर के टाइप
सामान्यत इसमें जनरलाइज़ड एंजाइटी, पैनिक डिसऑर्डर, सोशल एंजाइटी डिसऑर्डर और स्पेसिफिक फ़ोबिया शामिल किए जाते हैं।
लक्षण
- घड़कन तेज हो जाना।
- घबराहट हो जाना।
- सांस फूल जाना।
- थकान सी महसूस होना।
- अधिक पसीना आना।
- बार-बार मुंह सुख जाना।
- शरीर में दर्द होना।
- शरीर में भारीपन हो जाना।
- खट्टी कपड़वी डकारे आना(एसिडिटी के कारण भी हो सकता है।)
- कमजोर पाचन तंत्र
- कब्ज की शिकायत
- सुसाइड करने का दिमाग में आना।