नई दिल्ली: तीखी धूप और भीषण गर्मी के बीच लोगों को इंतजार रहता है बारिश के सीजन का। भारत में मॉनसून अलग-अलग समय पर पहुंचता है। दक्षिण भारत में बारिश सबसे पहले शुरू होती है, जो धीरे-धीरे आगे बढ़ती हुई उत्तर भारत तक पहुंचती है। इस समय देश के लगभग हर राज्यों में बारिश हो रही है। सपनों की नगरी मुंबई पानी से लबालब भर चुकी है तो राजधानी दिल्ली में लोग सावन के महीने में भी पानी को तरस रहे हैं, लेकिन इस सुहाने मौसम में मस्ती के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी खास ख्याल रखना पड़ता है। इस खास रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि बारिश में आप कौन-कौन सी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं और इनसे बचने के लिए आपको क्या-क्या उपाय करने हैं...।
डेंगू: जैसा कि सभी जानते हैं कि डेंगू बुखार मच्छर के काटने से फैलता है, लेकिन ये मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। डेंगू को 'हड्डीतोड़' बुखार भी कहा जाता है, क्योंकि इससे पीड़ित लोगों को शरीर में भयंकर दर्द होता है।
लक्षण: बुखार, सिर दर्द, स्किन पर लाल चकत्ता पड़ना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
उपाय:
- अपने आस-पास पानी इकट्ठा मत होने दें।
- बारिश के मौसम में शरीर को ढक कर रखें।
- विटामिन सी पदार्थों का सेवन करें।
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
- डॉक्टर के पास तुरंत जाएं और सलाह के अनुसार ट्रीटमेंट कराएं।
डायरिया: बारिश के मौसम में डायरिया सबसे आम समस्या है। यह जीवाणुओं के संक्रमण से होता है। सबसे जरूरी बात यह है कि गंदा पानी के कारण आप इस बीमारी के तुरंत शिकार हो जाते हैं।
लक्षण: पेट खराब हो जाना, पेट में ऐंठन होना, उल्टी आना, बुखार और भूख में कमी।
उपाय:
- तरल पदार्थों का सेवन करें।
- साफ पानी पिएं।
- आसपास साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।
- अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करके ही कुछ खाएं।
- डॉक्टर से परामर्श लें।
हैजा: यह 'विब्रियो कोलेरा' नाम के जीवाणु के कारण फैलता है। यह रोग दूषित खाद्य पदार्थों के कारण होता है। बारिश में इस बीमारी के फैलने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
लक्षण: पेट में ऐंठन, उल्टी-दस्त, शरीर में पानी की कमी, कमजोरी।
उपाय:
- नींबू-पानी का घोल पिएं।
- अपने साथ कपूर रखें।
- विटामिन सी का भरपूर सेवन करें।
- सौंफ या पुदीने का रस पानी में मिलाकर पिएं।
- रोगी के शरीर को गर्म रखें।
चिकनगुनिया: यह रोग भी बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। यह मच्छर से फैलने वाला बुखार है और इसका असर मरीज की मांसपेशियों और जोड़ों पर सबसे ज्यादा पड़ता है।
लक्षण: तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, शरीर पर चकत्ते पड़ना।
उपाय:
- मरीज को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए खूब पेय पदार्थ पिलाएं।
- कमजोरी से बचाने के लिए पौष्टिक खाना खिलाएं।
- नियमित रूप से दवाईयां दें।
- हल्की-फुल्की एक्सरसाइज भी करें।
- तुलसी के पत्ते की चाय पिएं।
मलेरिया: यह बारिश के मौसम में होने वाली आम लेकिन गंभीर संक्रामक बीमारी है। यह रोग मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है।
लक्षण: ज्वर, कंपकपी, जोड़ों में दर्द, उल्टी।
उपाय:
- रोगी को सेब खिलाएं, ये काफी फायदेमंद है।
- मसालेदार और भारी खाना ना खिलाएं।
- विटामिन सी का सेवन जरूर करें।
- तुलसी के पत्ते की चाय पिएं।
- तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और परामर्श लें।
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