नई दिल्ली: हाल ही में चीन में स्वस्थ चीन अभियान (2019-2030) दस्तावेज जारी किया गया। इसमें बीमारी की रोकथाम और स्वास्थ्य संवर्धन पर केंद्रित 15 महत्वपूर्ण विशेष कार्रवाइयां प्रस्तुत की गईं, ताकि आम लोग कम बीमार पड़ें। स्वस्थ चीन अभियान संवर्धन आयोग के कार्यालय ने धूम्रपान नियंत्रण विशेष कार्रवाई का परिचय देते समय 22 अप्रैल को कहा कि वर्ष 2022 तक धूम्रपान नियंत्रण कार्य का लक्ष्य आम तौर पर विभिन्न स्तरों की सरकारी संस्थाओं को धूम्रपान रहित संस्थाएं बनाना और 15 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के धूम्रपान करने की दर 24.5 प्रतिशत से कम करना है।
ध्यान रहे, धूम्रपान में कई कार्सिनोजन हैं, जो शरीर के हर अंग को हानि पहुंचाते हैं। धूम्रपान का सेवन दिल की बीमारी, कैंसर और क्रॉनिक सांस व्यवस्था की बीमारियों और मधुमेह का एक मुख्य कारण है। धूम्रपान के खतरे को नियंत्रण कर बीमारी घटाना वैश्विक मतैक्य है।
चीनी स्वास्थ्य और चिकित्सा आयोग के नियोजन विभाग के निदेशक माओ छुन आन ने पेइचिंग में एक प्रेस वार्ता में बताया कि धूम्रपान नियंत्रण विशेष कार्रवाई में व्यक्ति और परिवार, समाज और देश तीन स्तरों पर मुख्य कदम प्रस्तुत किए गए। 6 मुख्य लक्ष्यों में सरकारी संस्था से जुड़ने वाला लक्ष्य बाध्यकारी है, यानी वर्ष 2022 तक आम तौर पर विभिन्न स्तरों की सरकारी संस्थाओं को धूम्रपान रहित बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दो अनुमानित लक्ष्य हैं कि वर्ष 2022 और वर्ष 2030 तक 15 वर्ष से अधिक आयु के जन-समुदाय में धूम्रपान की सेवन दर अलग-अलग तौर पर 24.5 प्रतिशत और 20 प्रतिशत से कम होगी। सर्वागीण धूम्रपान रहित कानून से सुरक्षित आबादी का अनुपात अलग अलग तौर पर 30 प्रतिशत और 80 प्रतिशत से अधिक होगा। इसके साथ धूम्रपान नियंत्रण अभियान में तीन बिंदु भी प्रस्तुत किए गए। पहला, एक व्यक्ति जितनी जल्दी धूम्रपान छोड़ता है, उतना अच्छा होगा।
आन ने कहा कि धूम्रपान को जब भी छोड़ें तो देर नहीं होगी। धूम्रपान मुक्त परिवार की स्थापना की जाए और अपने परिवार वालों को पैसिव स्मोक से बचाया जाए। दूसरा, अधिकारी, चिकित्सक और अध्यापक धूम्रपान नियंत्रण में मार्गदर्शक भूमिका निभायी जाए। तीसरा, उद्यमों और इकाइयों को इनडोर में चौतरफा तौर पर स्मोक मुक्ति नीति लागू करने का प्रोत्साहन दिया जाएगा, ताकि कर्मचारियों के लिए स्मोक मुक्ति कार्य वातावरण तैयार किया जाए और कर्मचारियों के धूम्रपान छोड़ने के लिए जरूरी मदद की जाए।
पड़ताल के परिणाम से पता चला है कि वर्ष 2018 में चीन में 15 वर्ष और इस से अधिक आयु के जन समुदाय में धूम्रपान की सेवन दर 26.6 प्रतिशत थी, जिसे पहले की पड़तालों की तुलना में गिरने का रुझान नजर आया है। धूम्रपान नहीं करने वालों के लिए सेकेंडहैंड या पैसिव स्मोकिंग एक्सपोजर दर लगभग 70 प्रतिशत है। माओ छुन आन ने बल देते हुए कहा कि धूम्रपान करने वालों को स्मोक निषिद्ध क्षेत्र में धूम्रपान नहीं करने देने के लिए चीन और कदम उठाएगा।