नई दिल्ली: सेलिब्रिटी पिलेट्स प्रशिक्षक यासमीन कराचीवाला का कहना है कि "पिलेट्स व्यायाम का एक खूबसूरत तरीका है, जो आपकी जागरूकता, आपकी सांस, आपके नियंत्रण, एकाग्रता पर काम करता है। यह वह हर चीज करता है, जिससे आप अपनी जिंदगी बेहतर बना सकते हैं।" उन्होंने हाल ही में गुरुग्राम में पिलेट्स स्टूडियो खोला है।
बॉलीवुड के कई सेलिब्रिटियों को प्रशिक्षण देने वाली यासमीन ने आईएएनएस लाइफ से बातचीत के दौरान देश में इसके भविष्य को लेकर कुछ बातें कहीं।
उनसे पूछने पर कि वह भारत में पिलेट्स का भविष्य किस तरह देख रही है? उन्होंने कहा, "मैं हर भारतीय को पिलेट्स करता हुआ देख रही हूं, क्योंकि यह व्यायाम का एक खूबसूरत तरीका है। जो आपकी जागरूकता, आपकी सांस, आपके नियंत्रण, एकाग्रता पर काम करता है। ये सभी पिलेट्स के कुछ सिद्धांत हैं। यह आपके बैठने के तरीके, रीढ़ की हड्डी हर गतिविधि पर असर दिखाता है।"
उनसे पूछने पर कि वह भविष्य में इसका कितना विस्तार देख रही हैं, उन्होंने कहा, "इसे लेकर मेरी भविष्य की यही योजना है कि देश के हर शहर में एक पिलेट्स का स्टूडियो हो। मुझे आशा है कि एक दिन ऐसा होगा। लेकिन तब तक के लिए मैं यूट्यूब पर हर गुरुवार को पिलेट्स के वीडियो डालती हूं, जिसका लोग अनुसरण कर सकते हैं।"
पिलेट्स बाकी व्यायाम से कैसे अलग है? इस प्रश्न पर उन्होंने कहा, "व्यायाम के हर तरीके और खेल का अलग उद्देश्य होता है। उदाहरण के लिए मार्शल आर्ट की शुरुआत आत्मसुरक्षा के लिए की गई, योगा की शुरुआत इसलिए की गई, ताकि आप आत्मीय तौर पर खुद को महसूस करें और जिम की शुरुआत इसलिए हुई ताकि आप बॉडी बना सकें। इसी तरह पिलेट्स की भी शुरुआत का एक कारण अकेलापन रहा है, इसमें आप अपने शरीर को बिना किसी सहायता के जितना हो सके मोड़ सकते हैं।"