बिहार, उत्तराखंड, लखनऊ सहित कई शहरों में डेंगू का प्रकोप जारी है। अब तक सिर्फ बिहार में करीब 298 मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई हैं। डेंगू सबसे अधिक मानसून के दिनों में अपने पैर पसारते है और चारों तरफ अपना कहर बरपाते है।
डेंगू रोग के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू रोग सबसे अधिक अगस्त से लेकर अक्टूबर माह के बीच में काटते है। जानें डेंगू के बारे में सबकुछ।
स्वस्थ रहने के लिए हर उम्र के पुरुषों और महिलाओं को रखना चाहिए इन बातों का खास ध्यान
क्या है डेंगू रोग?
डेंगू बुखार एडीस नामक मच्छर द्वारा फैलने वाला वायरस के कारण होता है। आमतौर शुरूआत में सर्दी बुखार जैसे प्रकट होता है लेकिन कई बार आपकी लापरवाही जानवेला साबित हो सकती हैं। डेंगू बुखार का कोई विशेष उपचार नहीं है।
डेंगू फैलने का कारण
यह मच्छर मरीज का खून चुसते है जिससे उनके लार के द्वारा वायरस शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। एडीस मच्छर साफ पानी में पनपते है, जैसे पानी टँकी, कूलर फेंके गये रबर टायर इत्यादि। इसलिए इन चीजों को साफ रखें।
दिव्यांका त्रिपाठी ने पति विवेक दहिया के साथ किया अनोखा वर्कआउट, शेयर किया वीडियो
डेंगू के लक्षण
- जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द होना।
- स्किन में लाल धब्बे पड़ जाना।
- भूख कम लगना।
- तेज ठंड लगकर बुखार आना
- नाक, मुंह, मसूड़ो या स्किन से खून निकलना
- खून या नार्मल उल्टी होना।
- अधिक पसीना आना
- तेज पेट दर्द
सांस लेने में प्रॉब्लम होना।
ऐसे करें डेंगू से बचाव
- अगर आपको 5 दिन से ज्यादा बुखार आएं तो तुरंत चेकअप कराकर डॉक्टर्स से संपर्क करें।
- अगर आपकी प्लेटलेट्स काउंट 10 हजार से ज्यादा हो तो आपको ट्रांसफ्यूजन को कोई आवश्यकता नहीं है।
- बुखार या फिर जोड़ो में दर्द में दर्द है तो आप पैरासीटामोल खा सकते है। किन एस्प्रिन या आईब्यूप्रोफेन नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इससे ब्लीडिंग का खतरा हो सकता है।
- डेंगू मच्छर हमेशा ठहरे हुए पानी में पनपता है। इसलिए कूलर, रुका हुआ पानी या फिर आसपास मौजूद नालियों को साफ रखें।
- रोजाना एक छोटा गिलास बकरी का दूध पीने पिए। इससे आपके शरीर में प्लेटलेट्स की मात्रा में बढोत्तरी होगी। आप चाहे तो पपीता की जगह इसका सेवन कर सकते है। इससे भी प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ती है।