हेल्थ डेस्क: आमतौर पर हम इस बात को मानते है कि पुरुषों को बीमारियां महिलाओं से कम होने के साथ-साथ काफी ज्यादा उम्र में होती है। जिसके कारण वह चिंता नहीं करते है, लेकिन जरा सी अनदेखी आपको कई खतरनाक बीमारियों का शिकार बना सकती है। अगर आपकी उम्र 30 साल के ऊपर हो गई है और आप खुद पर जरा सा भी ध्यान नहीं दे रहे है। तो जान लें इन शुरुआती लक्षणों के बारें में। जिन्हें अनदेखा करना आपकी मौत का कारण बन सकती है। स्टडी में भी साबित हो चुका है कि यह बीमारियां पुरुषों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। जानें इन बीमारियों के बारें में।
प्रोस्टेट कैंसर
यह एक ऐसी बीमारी है। जिससे केवल पुरुष ही प्रभावित होते है। यह कैंसर कोशिकाएं प्रोस्टेट में विकसित होती है। प्रोस्टेट पुरुषों के प्रजनन तंत्र का एक एग्जोक्राइन ग्लैंड है। यह ब्लैडर के ठीक नीचे और रेक्टम के ठीक सामने स्थित होता है।
प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षण
शुरुआत में इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते है, लेकिन समय के साथ इसके लक्षण दिखने लगते है। बार-बार पेशाब आना, विशेष तौर पर रात में। पेशाब रुक कर आना या इंफेक्शन होना। पेशाब करते वक्त दर्द व जलन होना। पेशाब या सीमन में खून आना। कूल्हे, जांघ की हड्डियां और पीठ में लगातार दर्द होना। सेक्स के दौरान खून आना।
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फेफड़ों का कैंसर
कैंसर से मरने वाले पुरुषों में से सबसे अधिक फेफड़ों का कैंसर के कारण होती है। इस समस्या में फेफड़ो की कोशिकाएं विकसिस होकर ट्यूमर बना देती हैं।
फेफड़ों का कैंसर के लक्षण
लगभग सभी को कभी ना कभी खांसी और कफ की शिकायत हो सकती है लेकिन अगर ये लंबे समय से तक बनी रहे तो ये खतरनाक हो सकता है।
खांसते समय कफ में खून आना। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास आएं।
कई बार कान बंद हो जाना या फिर आवाज आना।
सांस लेने में दिक्कत होना।
सीने में या फिर हड्डियों में दर्द होना।
सीने में अक्सर इंफेक्शन होना।
खाना निगलने में परेशानी होना।
तेजी से वजन घटना।
आवाज का कर्कश होना।
भूख न लगना।
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कार्डियोवैस्कुलर बीमारियां
इन बीमारियों से सबसे ज्यादा पुरुष शिकार होते है। जिसमें हार्ट अटक से लेकर स्ट्रोक शामिल है। कार्डियोवस्क्युलर बीमारियों में प्लेक हृदय की धमनियों को ब्लॉक कर देता है, जिससे हार्ट अटैक हो सकता है। पांच में से एक पुरुष इस बीमारी से मरता है।
कार्डियोवस्कुलर हार्ट डिजीज के लक्षण
सीने में दर्द (एनजाइना)।
सांस की तकलीफ।
दर्द, सुन्नता, कमजोरी और अपके पैर या हाथ में शीतलता (आपके शरीर के इन भागों में रक्त वाहिकाओं को संकुचित होने पर)।