हेल्थ डेस्क: किंग ऑफ स्पाइस या ब्लैक पेपर नाम से प्रचलित काली मिर्च भोजन में इस्तेमाल किए जाने वाले गर्म मसाले का अहम् हिस्सा है। काली मिर्च हमारे भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती, कई बीमारियों के इलाज में सहायक साबित होती है।
काली मिर्च, काला नमक भुना हुआ जीरा और अज्वैन को पीस कर लसी या निम्बू पानी में डाल कर पीने से पाचन किर्या दरुस्त रहती है | इस में केल्शियम , आइरन, फास्फोरस, कैरोटिन, थाईमन और रिथोफ्लेब्न जैसे पोष्टिक तत्व होते हैं। स्टडी के अनुसार काली मिर्च में बायो-एन्हंस्र नाम का रेसाइन होता है, जिस की मौजूदगी में किसी भी दवाई का असर बढ़ जाता है तथा दवाई कम मात्रा में भी तेज असर करती है।
मसूड़ों की कमजोरी
काली मिर्च मसूड़ों की कमजोरी दूर करने के लिए एक अनमोल रतन मानी जाती है । काली मिर्च , माज़ुफ्ल , सेंदा नमक तीनो को बराबर मात्रा में बारीक पीस कर चूरन बना लीजये और एस को अपने हथेली पे रख के तीन बूंद सरसों के तेल में मिला कर मसूड़ों और दांतों पर अछी तरह से लगाये और आधे घंटें के बाद कुल्ली करके मुंह साफ़ कर लें। आपके मसूड़ों की समस्या दूर हो जाएगी।काली मिर्च को दिमाग की थकावट दूर करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है
एक चमच घी और 8 काली मिर्च और शकर को मिला कर रोजाना चाटने से याद शक्ति में सुधार होता है तथा दिमाग की कमजोरी दूर होती है।
15 काली मिर्चे , 2 बादाम की गिरीयां , 5 मुनकें , 2 छोटी इलाइची , एक गुलाब का फूल , आधा चमच खसखस को रात को एक वर्तन में डाल कर भिगो दे और सुबह को रगड़ कर 250 ग्राम दूध में मिला कर हर रोज लगातार कुछ महीने पिने से दिमाग में तरावट आयेगी और दिमाग की थकावट दूर हो जाएगी।
20 ग्रम काली मिर्च , 50 ग्राम बादाम 20 ग्राम तुलसी के पत्ते को एक साथ पीस कर चूरन बना ले और इस चूरन का एक चमच दो चमच शहद में मिला कर चाटने से दिमाग की ताकत में सुधार होता है।
खांसी तथा आवाज का बैठना
गले के बैठने में काली मिर्च का सेवन लाभकारी होता है और इस से मुह के छाले भी ठीक हो जाते है। दस काली मिर्चे चबा कर गरम पानी पी लीजये | एस प्रकिर्या को रोजना तीन बार करने से सर्दी के कारण सव्रभंग ठीक हो जाती है। चुटकी भर पीसी हुई काली मिर्च आधा चमच घी के साथ मिला कर खाना खाने के बाद चाटने से खांसी भी ठीक हो जाती है।
ब्लड प्रेशर को काबू करती है
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने व शरीर को आराम देने में काली मिर्च बेहद फायदेमंद है। यदि आपका ब्लड प्रेशर बढ़ गया हो तो छोटी चम्मच काली मिर्च का पाउडर को आधे गिलास पानी में मिलाकर पीएं। आपका बीपी कंट्रोल होने लगेगा।
पेट में गैस व एसिडिटी
पेट में गैस या एसिडिटी की समस्या होने पर आप तुंरत नींबू में काला नमक और काली मिर्च का पाउडर या 2 दाने मिलाकर इसका रस चूसें। यह आपकी अपच व गैस की समस्या को पल भर में दूर कर देगी।
गठिया रोग में
जो लोग गठिया की समस्या से परेशान हैं वे तिल के गर्म तेल में काली मिर्च को डालकर उसे ठंडा कर लें और बाद में उस तेल से गठिया वाली जगह पर मालिश करें। एैसा करने से दर्द मे आराम मिलेगा।
पेट के कीड़े दूर करती है
यदि पेट में कीड़े की समस्या हो तो थोड़ी सी मात्रा में काली मिर्च के पाउडर को एक गिलास छाछ में घोलकर पी लें।
दूसरा उपाय है किशमिश के साथ काली मिर्च दिन में तीन बारी खाएं। बवासीर की समस्या से परेशान लोगों के लिए काली मिर्च किसी दवा से कम नहीं होती है।
जीरा, चीनी और काली मिर्च के दानों को पीसकर चूरन बना लें और इस चूरन को सुबह और शाम तीन बारी खाएं। ये चूरन बवासीर की परेशानी को ठीक करता है। लेकिन इसके लिए आपको जंक फूड व आयली चीजों का सेवन बंद करना पड़ेगा।
कैंसर से बचाव के लिए
हाल ही में कैंसर पर किए गए एक शोध में ये बात सामनेआई है कि महिलाओं के लिए कालीमिर्च का सेवन बहुत लाभकारी होता है। कालीमिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लैवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी -ऑक्सीडेंट आदि तत्व भी पाए जाते है। कालीमिर्च ब्रेस्ट कैंसर को रोकने मेंमददगार होती है। यह त्वचा के कैंसर से भी शरीर की रक्षा करती है।