हेल्थ डेस्क: मलेरिया से होने वाली मौतों में भारत चौथे स्थान में है। सरकार से 2027 तक भारत को मलेरिया मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
क्या है मलेरिया?
मलेरिया प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होने वाला एक जानलेवा रक्त रोग है। यह एनोफिलीज मच्छर के काटने से इंसानों में फैलता है। जब संक्रमित मच्छर इंसान को काटता है, तो परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित और नष्ट करने से पहले मेजबान के लिवर में मल्टीप्लाई हो जाता है।'
ऐसे होगी गंध से पहचान
शरीर से निकलने वाली गंध के बदलने से मलेरिया से पीड़ित लोगों की पहचान की जा सकती है और ऐसा मलेरिया के लक्षण ना दिखने के बावजूद भी हो सकता है। एक अध्ययन में यह बात सामने आयी।
‘प्रोसिडिंग्स ऑफ दि नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक जरूरी नहीं है कि खून की जांच से मलेरिया के संक्रमण का पता चल ही जाए।
अमेरिका की पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर कॉनसूएलो ड मोरैस ने कहा, ‘‘चूहे के एक मॉडल पर किए गए हमारे अध्ययन में पता चला कि मलेरिया का संक्रमण होने पर चूहे के शरीर की गंध बदल गयी और वह मच्छरों को ज्यादा आकर्षित करने लगे , खासकर संक्रमण के उस दौर में जब मच्छरों का संक्रामक स्तर काफी ज्यादा था।’’
उन्होंने कहा , ‘‘हमने संक्रमित चूहों के शरीर की गंध में लंबे समय में होने वाले बदलावों का भी पता लगाया।’’