हेल्थ डेस्क: चॉकलेट खाना किसे पंसद नहीं होता है। इसका नाम लेते ही मुंह में पानी आ जाता है। कोको से बनी चॉकलेट लंबे समय तक दक्षिणी अमेरिका के मूल निवासियों में भगवान के भोजन 'फूड्स ऑफ द गॉड' के रूप में जानी जाती रही है। अपने गुणों और स्वाद की वजह से यह 100 वर्ष पहले से ही स्वादिष्ट पेय और चॉकलेट बार के रूप में प्रसिद्ध रही है।
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पूरी दुनिया में चॉकलेट प्रेमी जानते हैं कि चॉकलेट मूड अच्छा रखती है और तनाव भी दूर करती है। इसके अलावा एक शोध में ये बात सामने आई कि जो लोगों को डायबिटीज और दिल संबंधी कोई समस्या है तो डार्क चडकलेट का इस्तेमाल करें।
क्या आप चॉकलेट खाना पसंद करते हैं, तो आपके लिए यह अच्छी खबर है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि रोजाना गहरे रंग के चॉकलेट का एक टुकड़ा मधुमेह और हृदय रोग का खतरा कम कर सकता है। इस शोध के तहत 18-69 साल के बीच के 1,153 लोगों का लक्जमवर्ग में हृदय जोखिम का अवलोकन के तहत अध्ययन किया गया।
इसमें पाया गया कि जिन्होंने रोजाना 100 ग्राम चॉकलेट खाया उनमें इंसुलिन प्रतिरोध में कमी और लीवर एंजायम में सुधार देखा गया। इंसुलिन की प्रतिरोधी क्षमता में बढ़ोतरी हृदय रोग का खतरा बढ़ाता है।
यह अध्ययन ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित किया गया है। यूनिवर्सिटी ऑफ वार्विक मेडिकल स्कूल इन इंगलैंड के विजिटिंग शिक्षाविद सावेरियो स्ट्रांजेज ने बताया, "हमारे अध्ययन से यह साबित होता है कि कोकोआ से बने उत्पाद कार्डियो मेटाबॉलिक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।"
2010 में हुए एक शोध से पता चला है कि यह रक्त चाप को कम करता है, इसलिए चॉकलेट के सेवन से हृदय रोग की संभावना में भी कमी आती है। वहीं यूरोपीय सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा किए गए शोध में पाया गया है कि ज्यादा मात्रा में चॉकलेट खाने से ह्रदय रोगों से बचा जा सकता है।