Priyanka Chopra Asthmatic: बॉलीवुड और हॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अपनी मां मधु चोपड़ा और पति निक जोनस के साथ मियामी में बर्थ डे एजॉय कर रही हैं। जहां से एक तस्वीर सामने आईं जिसमें प्रियंका सिगरेट पीते हुए नजर आ रही हैं। इस तस्वीर के आते ही सोशल मीडिया में बवाल मच गया कि जो अभिनेत्री पिछले साल दीवाली के समय खुद को अस्थमा से पीड़ित बताया था है वो सिगरेट कैसे पी सकती हैं? जो कि 100 प्रतिशत सच भी है। एक अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति का सिगरेट पीना खतरनाक होता है। जानें क्यों?
अस्थमा के मरीज का सिगरेट पीना खतरनाक है कि नहीं
आमतौर पर सिगरेट पीना हर किसी के लिए खतरनाक है। इतना ही नहीं एक रिसर्च के अनुसार आसपास मौजूद लोग भी सिगरेट के धुएं के शिकार होते हैं। जिससे उन्हें भी जानलेवा बीमारी हो सकती है। अब बात करें एक अस्थमा के मरीज की। तो आपको बता दें कि जब एक मरीज स्मोकिंग करता है तो उसमें मौजूद केमिकल्स वायुनली में जमा होने के कारण उसमें सूजन आ जाती है। जिसके कारण वह संकरी हो जाती है। जो कि मरीज को अस्थमा का अटैक ला सकता है।
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अस्थमा के मरीज को स्मोकिंग न करने का दूसरा कराण भी है। इसके अनुसार हमारी वायुनली में छोटे-छोटे बाल पाए जाते है। जिन्हें सिलिया(Cilia) नाम से जानता है। इनका कानम होता है कि बाहर से आने वाली धूल-मिट्टी को रोकना। लेकिन स्मोकिंग करने से ये सिलिया नष्ट हो जाते है। जिसके कारण म्यूकस का निर्माण होने लगता है। जिसके बढ़ने से असथ्मा का अटैक पड़ सकता है।
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आखिर क्या है अस्थमा?
अस्थमा या दमा श्वसन तंत्र या फेफड़ों से सम्बंधित बीमारी है। इसमें सांस की नली ब्लॉक या पतली हो जाती हैं जिसके कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इसके कारण छोटी-छोटी सांस लेनी पड़ती है, छाती में कसाव जैसा महसूस होता है, सांस फूलने लगता है, खांसी आती है।
अस्थमा होने का कारण
- पेट पर अधिक अम्ल की मात्रा
- शराब का अधिक सेवन
- एलर्जी वाले फूड्स का सेवन
- अधिक एक्सरसाइज
- वाहनों से निकलने वाला धुआं
- सर्दी
- फ्लू
- मौसम के कारण
अस्थमा के लक्षण
- सांस लेते समय आवाज आना
- ठंडी हवा में सांस लेने से हालत गंभीर होना।
- एक्सरसाइज अधिक करने से
- कई बार उल्टी होना।
- बलगम वाली खांसी या सूखी खांसी।
- सीने में जकड़न जैसा महसूस होना।
- सांस लेने में समस्या।
ऐसे करें अस्थमा से खुद का बचाव
वैसे तो अस्थमा का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है। किसी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर तुरंत सम्पर्क करें। अस्थमा को नियंत्रित करने में दवा का नियमित सेवन जरूरी है। इसके अलावा इंहेलर थेरेपी सही ढंग से लेना भी जरूरी है। अस्थमा के लिए इंहेलर्स सबसे अच्छी दवा है। इंहेलर्स से दवा सीधे फेफड़ों में पहुंचती है, जिससे पीड़ित को आराम महसूस होता है। यह सीरप के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद है।