डॉ. अग्रवाल ने बताया, "युवा बच्चों को यह समझ नहीं आता कि अस्थमा कैसे उनको नुकसान पहुंचा सकता है और इससे उनका दैनिक जीवन कैसे प्रभावित हो सकता है। यहां शिक्षा काम की चीज है। अस्थमा वाले बच्चों के माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चा अपनी उस हालत के बारे में जागरूक है या नहीं। उसे आपातकालीन परिस्थिति के बारे में भी बता कर रखना चाहिए ताकि मुश्किल होने पर वह मदद मांग सके।"
बच्चों में अस्थमा और संबंधित लक्षणों के प्रबंधन के कुछ सुझाव :
- उन्हें नियमित दवाएं लेने में मदद करें।
- नियमित रूप से चिकित्सक के पास ले जाएं।
- उन्हें केवल निर्धारित दवाएं ही दें।
- किसी भी ट्रिगर से बचने के लिए एहतियाती उपाय करें।
- इनहेलर सदैव साथ रखें और सार्वजनिक रूप से इसका इस्तेमाल करने में शर्म महसूस न करने के लिए प्रोत्साहित करें।
- यदि बच्चे को कोई अन्य बीमारी परेशान कर रही हो तो डॉक्टर को सूचित करें।
- तनाव कम करने और शांत व खुश रहने में बच्चे की मदद करें।