हेल्थ डेस्क: एड्स का नाम सुनते ही लोगों की रूह कांप जाती है, सोचिए जिसका नाम ही इतना खौफनाक है वो रोग जिसको होता है वो कितनी दहशत में जीता होगा। इसे यौन संचारित रोगों में सबसे खतरनाक माना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकडों के अनुसार दुनिया में सबसे ज्यादा मौंते होती है, तो वह एचआईवी संक्रमण की वजह से होती है।
आपको बता दें कि दुनिया में एड्स बहुत ही तेजी से फैल रहा है। इस खतरनाक बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में एशिया प्रशांत महासागर के 10 देश हैं जिनमें चीन और पाकिस्तान के साथ भारत भी शामिल है। यह जानकारी हाल ही में जारी हुई संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट से सामने आई। (भूलकर भी दूध के साथ न करें इन चीजों का सेवन, हो सकते है नपुंसक)
पहली रिपोर्ट में ये बात आई सामने
संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट के अनुसार एशिया प्रशांत क्षेत्र के अधिकतर किशोर एचआईवी की ‘छिपी महामारी’ से जूझ रहे हैं। इस महामारी का जल्द ही समाधान नहीं खोजा गया तो परिणाम भयावह हो सकते हैं। इन भयावह परिणामों का अंदेशा एक दूसरी रिपोर्ट ने भी जताया है।
दूसरी रिपोर्ट में ये बात आई सामने
इस रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि एशिया-प्रशांत में 2014 में 10 से 19 वर्ष के 2,20,000 किशोर एचआईवी से पीड़ित पाए गए। इस टीम ने ‘ऐडोलसेंट्स: अंडर द रडार इन द एशिया पैसिफिक एड्स रिस्पॉन्स’ रिपोर्ट जारी की है जिसमें चेताया भी गया है कि किशोरों में एचआईवी की समस्या से निपटे बिना इस महामारी से सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरे की समस्या को 2030 तक समाप्त नहीं किया जा सकेगा। यह रिपोर्ट एशिया पैसिफिक इंटर एजेंसी टास्क टीम ऑन यंग की पॉपुलेशन द्वारा प्रकाशित की गई है।