हेल्थ डेस्क: अवसादरोधी दवाओं का इस्तेमाल लंबे समय तक करने से वजन बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है। इसके साथ ही वजन बढ़ने से कई दूसरी बीमारियां जैसे मधुमेह, दिल संबंधी रोग व कैंसर आदि भी हो सकती हैं। शोध से पता चला है कि सामान्य वजन वाले व ज्यादा वजन वाले जिन लोगों ने लंबे समय तक अवसादरोधी दवाइयां ली, उनमें ज्यादा वजन व मोटापे का अत्यधिक जोखिम पाया गया।
लंदन के किंग्स कॉलेज के लेखक राफेल गफूर ने कहा, "यह कहना जरूरी है कि किसी भी मरीज को अपनी दवा लेनी बंद नहीं करनी चाहिए। और यदि उन्हें कोई चिंता है तो उन्हें अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से बात करनी चाहिए।" शोध के अनुसार, मोटापा ग्रस्त लोगों में अवसाद आम बात है, इसके परिणामस्वरूप उनके अवसाद रोधी दवाओं की मात्रा बढ़ी है।
इस शोध का प्रकाशन बीएमजे नामक पत्रिका में किया गया है। इसमें 300,000 वयस्कों का डेटा शामिल है, जिनकी औसत आयु 51 व बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) शामिल है। इसमें प्रतिभागियों को उनके बीएमआई के आधार पर समूहों में बांटा गया और उन्हें दी गई अवसाद रोधी दवाओं के आधार पर शोध किया गया। इनकी 10 साल तक निगरानी की गई।