हेल्थ डेस्क: आज के समय में मार्केट में कई वैरायटी के टूथब्रश आसानी से मिल जाते है लेकिन आप जानते है कि जब टूथब्रश नहीं थे तो हम कैसे अपने दांत साफ करते थे। तो आपके बता दें कि पहले के जमाने में लोग नीम की छड़ी से अपने दांत साफ करते थे। जिसे 'दातून' कहा जाता है। अब आप सोच रहे होगे कि यह ब्रश से बेहतर कैसे है तो आपको बता दें कि इसमें अनेको गुणों की भरमार होती है। इसके साथ ही आप आप टूथब्रश का कई दिनों तक इस्तेमाल करते है लेकिन दातून का सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल किया जाता है। यह आपके दांतों को सबसे ज्यादा हेल्दी रखता है। कुछ अध्ययनों का यह भी दावा है कि जो लोग नीम का दातुन करते हैं वह कुछ दांत संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम कर सकते हैं।
आपको बता दें कि नीम के पेड़ में 130 से भी ज्यादा सक्रिय यौगिक मौजूद होते हैं। नीम में एंटी-कैंसरजन्य, एंटी-बैक्टीरिया, एंटीसेप्टिक, एंटीमाइमरियल, एंटी-वायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। नीम एक ऐसा पेड़ है। जिसका हर एक भाग यानी टहनी, पत्ती, छाल सब का इस्तेमाल किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या में किया जाता है।
ऐसे करें दातून का इस्तेमाल
नीम टहनियों में औषधीय गुण होते है। पहले इसकी डाल को लेकर कोनों को चबाया जाता है। यह बिल्कुल ब्रिस्टल की तरह काम तकरता है। जो कि दांतों के कोनों को साफ करता है।
दातून को चबाएं जरुर
अब आप सोच रहे होगे कि दातून को चबाने पर इतना जोर क्यों दिया जा रहा है। तो आपके बदा कें कि इस इसमें औधषिय गुण को रीलिज करता है। जो कि चोटी के बाद गुप्त होने वाला लार आपकी जीभ के संपर्क में आता है जिसमें एंटीबैक्टीरियल एजेंट होते हैं जो आपके मुंह में हानिकारक सूक्ष्म जीवों को मार देते हैं। यह अभ्यास भी सूजन को कम करता है। चबाने के बाद अंत में लार थूकें।
मिलते है ये बेहतरीन फायदा
- नीम में कड़वापन पाया जाता है। जो कि आपके बुरी सांस से निजात दिलाता है। जिससे आपके सांसो की दुर्गध भाग जाती है।
- नीम में ऐसे तत्व मौजूद होते है। जो कि आपको पीले दांतों से निजात दिलाता है।
- दातून को जीभ क्लीनर के रूप में उपयोग कर सकते हैं। इस नीम twigs दांत ब्रश की तरह काम करते हैं।