तनाव से पाए छूटकारा
आप जितनी देर और जितना अधिक घास के बीच रहेंगे, उतने ही स्वस्थ और तनाव रहित रहेंगे। हरियाली का प्रभाव हमें सुरक्षा का एहसास दिलाता है, जो धीरे-धीरे मांसपेशियों का खिंचाव कम करता है और तनाव रहित बनाता है। ग्रीन थैरेपी से मस्तिष्क की शक्ति भी बढ़ती है।
डायबिटीज से दिलाएं राहत
मधुमेह रोगियों के लिए सुबह-सुबह टहलने से मधुमेह में काफी राहत मिल सकती है और नंगे पैर धास में चलने से हर घाव आसानी से नहीं भरता। मधुमेह रोगी टहलते समय अच्छी तरह से गहरी सांस ले जिससे कि आक्सीजन की भरपाई हो जाए जिससे कि मधुमेह से निजात मिल जाएगा।
छींक और एलर्जी में
सुबह-सुबह ओस में भीगी घास पर चलना बहुत अच्छा होता है। ऐसे चलनें से पैर के नीचे की कोमल कोशिकाओं से जुड़ी तंत्रिकाओं द्वारा मस्तिष्क तक राहत पहुंचाता है। घास पर कुछ देर शान्ति से बैठ जाने से तनाव, एलर्जी और छींक तक दूर हो जाती है।
आंखों की रोशनी बढ़ाएं
सुबह-सुबह ओस से भीगी घास पर टहलनें से आंखों की रोशनी भी तेज होती हैं। साथ ही आपकी आंखें की कई बीमारियों से राहत मिल जाती है।
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