हेल्थ डेस्क: वायु प्रदूषण खासकर सूक्ष्म पार्टिकुलेट मैटर का स्तर पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है और उनमें बांझपन ला सकता है। एक नए अध्ययन ने यह चेताया गया है।
शुक्राणु की गुणवत्ता को खराब करने के पीछे पर्यावरण में मौजूद रसायनों के संपर्क में आने को संभावित कारक माना जाता रहा है लेकिन अनुसंधानकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इसमें वायु प्रदूषण की भी कोई भूमिका हो सकती है।
इस आशंका की पुष्टि के लिए हांगकांग की चाइनीज यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने 14 से 49 वर्ष के करीब 6500 पुरुषों के स्वास्थ्य पर पीएम 2.5 से कम और लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन किया।
पीएम 2.5 के संपर्क में आने और शुक्राणु के असामान्य आकार के बीच एक मजबूत संबंध देखा गया।
वायु प्रदूषण से हो रही है ये बीमारियां
हर साल 10 से 30 हजार लोग वायु प्रदूषण की वजह से मारे जाते हैं। आइए, आपको बताते हैं कि क्यों स्मॉग का होना हमारी जिंदगी के लिए खतरनाक है। आखिर यह हमारे शरीर के किन अंगों पर प्रभाव डालता है।
- बालों का झड़ना और ब्रॉन्काइटिस: स्मॉग की वजह से आपके बाल तेजी से झड़ सकते हैं, साथ ही आपको खांसी और ब्रॉन्काइटिस जैसी खतरनाक बीमारियां पकड़ सकती हैं।
- दिल की बिमारी और फेफड़ों में इन्फेक्शन: इसकी वजह से दिल की बीमारी, हार्ट अटैक, त्वचा संबंधी रोग, ब्लड कैंसर और फेफड़ों में इन्फेक्शन के साथ-साथ कैंसर भी हो सकता है।
- इम्यून सिस्टम पर हमला: स्मॉग आपके इम्यून सिस्टम को भी कमजोर बनाता है। इसका मतलब यह है कि विभिन्न रोगों से लड़ने की आपकी क्षमता पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है।
- आंखों की बिमारी: स्मॉग की वजह से आपको आंखों में एलर्जी और नाक, कान, गले में इन्फेक्शन भी हो सकता है।
- सांस की परेशानी: इसकी वजह से सांस लेने में भी दिक्कत होती है और बीपी पेशंट को ब्रेन स्ट्रोक तक हो सकता है।
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