हेल्थ डेस्क: फलों, सब्जियों और खड़े अनाज से मिलने वाले कार्बोहाईड्रेट से भरपूर भोजन वजन कम करने और ज्यादा वजन वाले लोगों में इंसुलिन की स्थिति बेहतर बनाता है।
अमेरिका की गैर लाभकारी ‘फिजिशियंस कमेटी फॉर रेस्पांसिबल मेडिसिन’ने 16 सप्ताह लंबे क्लीनिकल ट्रायल के दौरान लोगों के अलग-अलग समूहों को वनस्पति आधारित कार्बोहाईड्रेट से भरपूर, कम वसा वाला भोजन दिया जबकि दूसरे समूह को सामान्य भोजन करते रहने को कहा। (रिसर्च में खुलासा, पुरुषों के मुकाबले महिलाएं को ज्यादा आता है हार्ट अटैक )
‘न्यूट्रिशिएंट्स’ जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन की मुख्य लेखिका हाना काह्लेओवा का कहना है कि सामान्य तौर पर लोगों कार्बोहाईड्रेट से डराया जाता है। लेकिन अध्ययनों में लगातार यह बात सामने आ रही है कि फलों, सब्जियों, दालों और खड़े अनाज से मिलने वाला स्वास्थ्यकर कार्बोहाईड्रेट हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है। (खुद को फिट रखने से कड़ी मशक्कत करती हैं मलाइका अरोड़ा, 44 साल की उम्र में करती हैं हैरान करने वाले वर्कआउट )
अध्ययन के दौरान वनस्पति आधारित भोजन करने वाले समूहों को मांसाहार नहीं दिया गया। साथ ही, उन्हें दिन भर में सिर्फ 20-30 ग्राम वसा दिया गया। बहरहाल, उनकी कैलोरी या कार्बोहाईड्रेट की कोई सीमा तय नहीं की गई।
अध्ययनकर्ताओं ने एक अन्य समूह को मांसाहार और दूध से बने खाद्य सहित सामान्य भोजन करने दिया गया। इसमें से किसी भी समूह के व्यायाम के रूटिन में कोई फर्क नहीं आया था।
इस पूरे परीक्षण के बाद विश्लेषण में हमने पाया कि सामान्य भोजन करने वाले समूह के वजन में कोई बदलाव नहीं आया।
(इनपुट भाषा)