पेट कैंसर से बचने के उपाय
- अगर कोई कोई भी लक्षण समझ आ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- अगर डॉक्टर को लगा तो वह एक फेकल ऑकल्टक ब्लड टेस्ट कर सकते हैं जिससे स्टूल में ब्लड की छोटी से छोटी मात्रा का भी पता लग जाता है।
- अगर इससे भी नहीं दिखा तो अगला परीक्षण अपर इन्डोकस्कोपी या अपर गैस्ट्रा इंटेस्टिननल (जीआई) रेडियोग्राफ होगा।
- अगर किसी भी टेस्ट से कैंसर का पता चलता है तो डॉक्टर एक बायोप्सी करेंगे जिसमें प्रयोगशाला में जांच के लिए पेट के एक छोटे से टिश्यू को बाहर निकाला जाता है। अक्सर यह इन्डोस्कोपी के दौरान किया जा सकता है। पेट के कैंसर की पुष्टि हेतु बॉयोप्सी जरूरी है।