नई दिल्ली: आजकल की लाइफस्टाइल में स्वास्थ्य की समस्याएं बहुत तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य समस्याएं में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या सबसे ज्यादा है। कुछ सालों में जो भी रिपोर्ट आए हैं। इससे पता चला है कि हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। यह बात स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन चुकी है क्योंकि कुछ समय पहले तक यही धारणा चली आ रही थी कि हार्ट अटैक सिर्फ उम्रदराज लोगों को ही होता है लेकिन आजकल तो कम उम्र के लोगों में भी ये आम बात हो गई है।
स्वास्थय विशेषज्ञों का मानना है कि हार्ट अटैक आने से पहले ही इसके लक्षण दिखने लगते हैं जो कि पुरूष और महिला दोनों में ही अलग-अलग होते हैं। ऐसे में समय रहते इसके लक्षणों को पहचानें और आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। अपने इस स्वास्थ्य विशेषांक में हम महिलाओं में होने वालें हार्ट अटैक के कुछ विशेष लक्षणों के बार में बताने जा रहे हैं।
सांस लेने में परेशानी
एक अध्ययन से पता चला है कि लगभग 42 % महिलाएं जिन्हें हार्ट अटैक आया उन्हें सांस लेने में परेशानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। हालांकि पुरुषों में भी यह लक्षण होता है परंतु महिलाओं में सीने में दर्द हुए बिना सासं लेने में परेशानी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
शरीर के ऊपरी भाग में दर्द
महिलाओं में गर्दन, पीठ, दांत, जबड़ा, भुजाएं तथा कंधे की हड्डी में दर्द होना आर्ट अटैक के लक्षण हैं। इसे रेडीएटिंग दर्द कहा जाता है तथा यह इसलिए भी होता है क्योंकि दिल की कई धमनियां यहां समाप्त होती हैं।
हार्ट अटैक के समय पुरुषों की तुलना में महिलाओं में जी मिचलाना, उल्टी या अपचन जैसे लक्षण अधिक दिखाई देते हैं। यह अक्सर इसलिए होता है क्योंकि दिल को रक्त पहुंचाने वाली दायीं धमनी जो दिल में गहराई तक जाती है, अवरुद्ध हो जाती है।