ऐसे करें बचाव
अगर आप इस कैंसर से बचना चाहते है तो बस तंबाकू, गुटका जैसी चीजों का सेवन करना बंद कर दें। इसके साथ ही नशा करने से बचें। इससे आप काफी हद तक ओरल कैंसर से बच सकते है।
ट्रिटमेंट
- नासिका नली में रोग का संदेह होने पर एंडोस्को़पी की जाती है। इसमें ली गई बायोप्सील को जांच के लिए पैथोलोजिस्ट के पास भेजा जाता है। अन्य टेस्ट में एक्स-रे, सीटी स्कैन और कुछ अन्य ब्लड टेस्ट शामिल हैं। इसमें इस बात की जांच की जाती है कि बीमारी किस हद तक फैल चुकी है। मरीज के शरीर पर इसका कितना दुष्प्रभाव हो चुका है। इसके साथ ही मरीज के शारीरिक स्थिति की भी जांच की जाती है।
- ओरल कैंसर के तार किसी और प्रकार के कैंसर से भी जुड़े हो सकते हैं। इसिलए इसकी जांच के लिए लैरिंक्स/गले, वइसोफेंगस और फेफड़ों की जांच भी आवश्यक है। इस जांच के लिए फाइब्रोप्टिकस्कोप की मदद ली जाती है।