ओणम का त्योहार यूं तो पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन दक्षिण भारत और खासकर केरल में इस त्योहार पर एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। इस दौरान लोग एक दूसरे के घर जाते हैं और साध्या थाली का लुत्फ उठाते हैं। ओणम का पर्व राजा बलि के लिए मनाया जाता है, इस दौरान 10 दिनों तक कई अलग-अलग परंपराएं निभाई जाती हैं। आइए जानते हैं ओणम क साध्या थाली में कौन-कौन से पकवान होते हैं।
ओणम साध्या में कौन-कौन से पकवान होते हैं? (What are the dishes in Onam Sadhya)
ओणम साध्या थाली में 20 से ज्यादा पकवान केले के पत्ते पर परोसे जाते हैं, जिनमें चटनी, अचार, सब्जी से लेकर मीठे की भी कई डिशेज होती हैं। ओणम साध्या थाली में सभी शाकाहारी पकवान परोसे जाते हैं, एक ही थाली में आपको गुड़ की मिठास से लेकर इमली की खटास तक सभी का अनुभव हो जाएगा। साध्या थाली में पचड़ी होती है जो कि अनानास से बनती है, ओलान होता है जो कि नारियल के दूध में कद्दू और फलियों के साथ बनाया जाता है।
साध्या थाली में केले के चिप्स, यम के चिप्स, सरकरा अपर यानी गुड़ में लिपटे केले के चिप्स होते हैं। इसके साथ ही साध्या में थीयल होता है जो कि कई सब्जियों के साथ बनाई गई ग्रेवी है, अवियल, पुलीरेसी, सांभर, रसम, चावल, आम का अचार, मसालेदार छाछ, केला, पापड़, नींबू का अचार, इमली की चटनी समेत कई और पकवान होते हैं। अगर आपको भी केरल की इस साध्या थाली का लुत्फ उठाना है तो ओणम के दौरान केरल जाइए, जहां आपको हर घर और रेस्टोरेंट में साध्या थाली मिलेगी। साध्या में परोसे जाने वाले पकवान भले ही बहुत हैं लेकिन इन्हें कम-कम मात्रा में परोसा जाता है ताकि खाने वाला पूरी थाली खत्म कर सके और सभी डिशेज का स्वाद भी चख सके।
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