कुछ लोगों को आपने अक्सर गुनगुनाते देखा होगा। खाना खाते वक्त, खाना बनाते समय, लैपटॉप पर काम करते वक्त या फिर नहाटे और वॉक करते वक्त लोगो गुनगुनाते रहते हैं। यकीनन आप भी कभी न कभी ऐसा जरूर करते होंगे। अक्सर जब लोग पुरानी यादों में खो जाते हैं या फिर किसी बात को लेकर बहुत खुश होते हैं तो ऐसा करते हैं। इस तरह गुनगुनाने को 'हमिंग मेडिडेशन' कहा जाता है। दरअसल लोगों को गुनगुनाते वक्त ये पता नहीं होता कि ये आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है। गुनगुनाने से शरीर को तरह के लाभ मिलते है। जब आप गुनगुनाते हैं तो आप खुश, तरोताजा और हल्का महसूस करते है। ऐसा करने से आपका मन लगा रहता है। आप अपने काम को पूरे ध्यान से और जल्दी कर लेते हैं। जानते हैं हमिंग मेडिटेशन क्या है और इससे क्या फायदे मिलते हैं।
क्या है हमिंग मेडिटेशन
हमिंग मेडिटेशन यानि किसी चीज में ध्यान लगाना। जब आप कुछ गुनगुनाते है, तो आपका ध्यान कहीं और होता है। आप गुनगुनाते रहते है और इसे ही ध्यान लगाना कहते हैं। हमिंग मेडिटेशन में आपका शरीर कंपन करना शुरू कर देता है। मुख्य रूप से आपके दिमाग की कोशिकाओं में कंपन होता है। इससे तनाव दूर होता है और आप अच्छा फील करते हैं। गुनगुनाने से थकान भी दूर हो जाती है।
हमिंग मेडिटेशन के फायदे
- अगर आप गुनगुनाते रहते हैं तो इससे तनाव कम होता है और शरीर को काफी रिलेक्स फील होता है।
- गुनगुनाने से शरीर में कंपन होता है जिससे ब्लड प्रेशर ठीक रहता है और शरीर फिट रहता है।
- हमिंग मेडिटेशन शरीर में उच्च तनाव वाले होर्मोनेस को कम करता है और पैदा होने से रोकता है।
- जो लोग अक्सर गुनगुनाते रहते हैं उन्हें नींद बहुत अच्छी आती है और बेचैनी कम होती है।
- ऐसा करने से शरीर में हैप्पी हार्मोंस बढ़ते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
- जो लोग हमिंग करते हैं वो काफी क्रिएटिव होते हैं इससे दिमाग एकाग्र होता है।
- हमिंग मेडिटेशन से स्मरण शक्ति बढ़ाने में मदद मिलती है और मोमोरी बढ़ती है।
हमिंग मेडिडेशन कैसे करते हैं
- अगर आप इसे मेडिटेशन के रूप में कर रहे हैं तो एक शांत जगह पर बैठ जाएं और रीढ़ और गर्दन को सीधा करके रखें।
- अब आंखें बंद करें और गहरी सांस लें बॉडी को रिलेक्स करें।
- होठों को बंद करते हुए गहरी सांस अंदर लें और फिर गुनगुनाते हुए धीरे धीरे सांस नाक से छोड़ें।
- आपको सांस छोड़ते वक्त पूरे टाइम गुनगुनाते रहना है
- पूरी सांस छोड़ने के बाद एक गहरी सांस लेनी है और फिर जो से गुनगुनाते हुए सांस को बाहर छोड़ना है।
- 1 बार में इसे 1 मिनट के लिए करना है फिर इसे 15- 20 बार के लिए रिपीट करें।
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