
पिछले कुछ सालों में सिंगल पेरेंट्स की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। भारत में भी युवा बिना शादी किए बच्चे की परवरिश करने लगे हैं। बॉलीवुड में करण जौहर से लेकर सुष्मिता सेन तक और तुषार कपूर से लेकर एकता कपूर कर सिंगल पेरेंट बनकर बच्चों को पाल रहे हैं। कुछ लोग ऐसे भी जिन्हें शादी के बाद बच्चा हुआ लेकिन बाद में ये कपल अलग हो गया। ऐसे में बच्चे की परवरिश किसी एक कपल ने की। जब पति पत्नी किसी कारण से अलग हो जाते हैं तो बच्चों की जिम्मेदार माता या पिता में से किसी एक को उठानी पड़ती है। ऐसे में सिंगल पेरेंट बनना आसान नहीं है। सिंगल पेरेंटिंग के दौरान लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। या यूं कहें कि सिंगल पेरेंटिंग बनना आसान नहीं है।
सिंगल पेरेंट बनना नहीं है आसान (Single Parenting Problems)
समय की कमी- बच्चों को अकेले पालने के कारण कई बार आप उन्हें उतना समय नहीं दे पाते हैं जितना एक कपल देता है। ऐसे में कई बार खुद के लिए समय निकाल पाना भी मुश्किल हो जाता है। सिंगल पेरेंट चाइल्ड अक्सर अकेलेपन की समस्या से परेशान रहते हैं। जिससे आप चीजों को सही तरीके से कर पाने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। असर असर बच्चे पर भी पड़ता है।
आर्थिक परेशानी- कई बार सिंगल पेरेंट को आर्थिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बच्चे की देखभाल करना आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए सिंगल पेरेंट को आर्थिक रूप से मजबूत होना बहुत जरूरी है। आपके दिमाग में हमेशा फाइनेंस को लेकर प्लानिंग चलती रहती है। कुछ पेरेंट इससे स्ट्रेस में भी आ जाते हैं।
तनाव होना- बच्चे की जिम्मेदारी अकेले उठाना आसान नहीं होता है। ऐसे में कई पार सिंगल पेरेंट्स को मानसिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। बच्चों की जिम्मेदारी सिर्फ एक पर आने से लाइफ में तनाव बढ़ सकता है। ऐसे में सिंगल पेरेंट को थकान, चिंता और मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। कुछ पेरेंट्स स्वभाव में काफी चिड़चिड़े भी हो जाते हैं, जिसका गुस्सा कई बार बच्चों पर निकल जाता है।
गलत परवरिश- सिंगल पेरेंट्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है बच्चे की सही परेंटिंग करना। बच्चों को सही शिक्षा दे पाना, उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखना और बच्चों को सही राह पर ले जाना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके लिए कई बार सिंगल पेरेंट्स को अपने माता पिता या किसी नेनी का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन जो चीजें बच्चा अपने माता पिता से सीखता और उनके साथ जैसा रहता है वैसा कोई भी नहीं सिखा सकता है। ऐसे में हमेशा आप एक गिल्ट में जीते हो।
सिंगल पेरेंट्स के लिए टिप्स
-
सबसे पहले अपने लिए समय निकालें खुद को मेंटली और फिजकली फिट रखें। जिससे आप बच्चे की सही देखभाल कर पाएं। नहीं तो आपकी परेशानियों का असर बच्चे पर भी आएगा।
-
बच्चे की परवरिश के लिए उसका एक फिक्स रुटीन सेट करें। जिससे आपकी लाइफ थोड़ी आसान बन सकती है। अपने माता पिता या किसी रिश्तेदार को साथ रखें। इससे बच्चे को अकेलापन महसूस नहीं होगा और पूरा प्रेशर आप पर नहीं आएगा।
-
वर्किंग पेरेंट्स को बच्चे के लिए एक समझदार नेनी भी रखनी चाहिए। जो उसके सारे काम करे और आप निश्चिंत होकर अपने काम पर फोकस कर पाएं। शुरुआत में किसी दोस्तों की मदद भी ले सकते हैं।
-
बच्चों के दोस्त बनकर उनके साथ रहें। जिससे बच्चा आपके साथ खुलकर बात कर सके। अपनी समस्याओं को शेयर कर सके। इससे आपके बच्चे की ग्रोथ पर अच्छा असर होगा।
-
अगर आपको किसी तरह की कोई परेशानी हो रही है तो सिंगल पेरेंट्स को बिना किसी झिझक के साइकोलॉजिस्ट या बिहेवियरल एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। इससे आपको समाधान मिल जाएगा।