हर साल 7 फरवरी को रोज डे मनाया जाता है। वैलेंटाइन डे की शुरुआत ‘रोज़ डे’ से होती है। रोज़ यानी गुलाब के फूल से और वह भी लाल गुलाब से। कहते हैं जो बात प्रेमी बोलकर नहीं कह पाते, वही बात एक लाल गुलाब कर देता है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि ‘रोज़ डे’ पर कपल एक-दूसरे को लाल रंग का गुलाब ही क्यों देते हैं? किसी और रंग का गुलाब क्यों नहीं? चलिए, हम बताते हैं आपको
प्यार की निशानी है लाल रंग
गुलाब को फूलों का राजा माना जाता है। इसकी सुंदरता और सुगंध की वजह से इसे प्यार की निशानी भी माना जाता है। लाल रंग को ज़िंदगी में उत्साह, प्यार और खुशी का रंग माना जाता रहा है। कहते हैं कि प्यार की राह आसान नहीं होती और प्यार करने वालों के रास्तों में सिर्फ़ फूल ही नहीं, बल्कि कांटें भी होते हैं। शायद, इसलिए ही जिगर मुरादाबादी ने कहा है कि:
ये इश्क़ नहीं आसां इतना ही समझ लीजे
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है
मतलब यह कि प्यार में सुख-दुख सब साथ में मिल-जुलकर निभाया जाता है और इस रिश्ते को बयां करने के लिए गुलाब के फूल से बेहतर भला और कौन सा फूल होता। गुलाब सुंदर है, खुशबू वाला है, लेकिन इसमें कांटें भी होते हैं। ज़िंदगी में फूल और कांटें, दोनों ही आने हैं। इसलिए, प्यार की खुशबू फ़िज़ाओं में फैलाते रहिए और अपनों को लाल गुलाब देते रहिए।
हर रंग के फूल का है खूबसूरत मतलब
लाल गुलाब के अलावा पीला, सफ़ेद और गुलाबी रंग के फूलों का भी बेहद महत्व है। आप जिनसे मोहब्बत करते हैं उन्हें आप इन रंगों के फूल भी इस दिन तोहफे में दे सकते हैं।
- सफेद गुलाब: अगर आपकी आपके किसी करीबी से लड़ाई हो गई है तो उसे मानाने के लिए आप सफ़ेद गुलाब का फूल दे सकते हैं। सफ़ेद कलर को शांति का प्रतिक माना जाता है।
- पीला गुलाब: पीले रंग का गुलाब दोस्ती का प्रतिक माना जाता है। अगर आप किसी से दोस्ती करना चाहते हैं तो उसे पीले रंग का गुलाब गिफ्ट करें।
- पिंक गुलाब: पिंक गुलाब को सेलिब्रेट करने के लिए दिया जाता है। वैलेंटाइन वीक में रोज़ डे के दिन आप अपने माता पिता को भी यह पिंक गुलाब देकर थैंक्यू बोल सकते हैं।