भागदौड़ भरी जिंदगी में काम और घर का तनाव होना आम है। काम के दबाव, निजी जीवन में उथल-पुथल और अन्य कई कारणों से लोगों को चिंता का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन कब चिंता एंजायटी का रूप ले लेता है लोग जान नहीं पाते हैं। इसकी वजह से लोगों की मानसिक शांति भंग हो जाती है और अवसाद ग्रसित हो जाते हैं। इससे सिर्फ आपका दिमागी संतुलन ही नहीं बिगड़ता बल्कि शारीरिक रूप से भी लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह समस्या किसी को भी किसी भी उम्र में और किसी भी कारण से हो सकती है। ऐसे में इससे छुटकारा पाने के लिए आप मिटटी का सहारा ले सकते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं मिट्टी से कैसे मिलेगी आपके मन को शांति?
मिट्टी से कैसे मिलेगी मानसिक शांति?
मिट्टी की खुशबु ही मानसिक सुकून देने में कारगर है। अगर आपका मन भारी है और दिमाग में उथल पुथल मची हो तब मिट्टी इसे आपके शरीर से अलग करने की क्षमता रखती है। अब आप सोच रहे हैं मिट्टी कैसे स्ट्रेस से छुटकारा दिलाएगी तो हम आपको बता दें मिट्टी का बर्तन यानी की पॉटरी बनाने से आप अपना तनाव कई गुना काम कर सकते हैं। मिट्टी से जुड़कर शरीर में सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
मड थेरेपी को लोग करते हैं खूब पंसद:
चिकित्सा क्षेत्र में इसे मड थेरेपी कहा जाता है। हाथ में मिट्टी लगते ही ठंडक का एहसास होता है जो आपके मन को अच्छा करता है और तनाव को कम करती है। ऐसे में आप मड थेरेपी ले सकते हैं या आप मिट्टी के बर्तन बनाने की कला सीख सकते हैं।
पॉटरी सीखने के फायदे:
किसी भी नयी चीज़ को सीखने की उम्र नहीं होती है। अगर आपको उससे सुकून मिलता है तो आपको ज़रूर करना चाहिए। मिटटी के बर्तन को बनाना आसान नहीं है लेकिन अगर एकाग्रता से कोई भी काम किया जाए तो वह मुश्किल नहीं होता है। पॉटरी सीखने से न केवल आपके शरीर में पॉज़िटिव ऊर्जा का संचार होगा बल्कि आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। जब आप कोई नई स्किल सीखेंगे तो इससे आपके मन को अच्छा लगेगा। जिससे आपको बेहतर नींद आएगी और आप का तनाव कम होगा।