अपने बच्चे को कॉन्फिडेंट बनाने के लिए आपको कुछ बातों पर खास ध्यान देने की जरूरत है। आपको बता दें कि पैरेंट्स के द्वारा की जाने वाली कुछ गलतियों की वजह से बच्चे के अंदर बचपन से ही डर बैठने लगता है। अगर आपने अपनी कुछ गलतियों को नहीं सुधारा तो आपका बच्चे की पर्सनालिटी पर बुरा असर पड़ सकता है।
बच्चों पर प्रेशर बनाना
पैरेंट्स अपने बच्चे के ऊपर पढ़ाई या फिर उनके सपने पूरे करने का प्रेशर बनाते हैं। दरअसल बच्चों को अपने पैरेंट्स की उम्मीद पूरा नहीं कर पाने का डर सताता रहता है। इसी प्रेशर की वजह से बच्चे समय के साथ अंडर कॉन्फिडेंट बनते जाते हैं। बच्चे के अंदर कॉन्फिडेंस की कमी को पैदा होने से रोकने के लिए आपको उनके ऊपर दबाव बनाना बंद कर देना चाहिए।
बातचीत की कमी
कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं। यही वजह है कि बातचीत की कमी के कारण बच्चों को अकेला महसूस होने लगता है। वहीं कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों के साथ इतने ज्यादा स्ट्रिक्ट हो जाते हैं कि बच्चे डरपोक बन जाते हैं। बच्चों को कॉन्फिडेंट बनाने के लिए आपको उनके साथ खुलकर बातचीत करनी चाहिए। अगर आपने उन्हें बात कहने की आजादी नहीं दी तो आगे चलकर वो अपनी बात को कहने से डर महसूस कर सकता है।
रोक-टोक लगाना
बच्चों के ऊपर हर छोटी-बड़ी बात को लेकर रोक-टोक लगाने की वजह से आप जाने-अनजाने में उनके कॉन्फिडेंस को छीनकर उन्हें डरपोक बना रहे हैं। आपको अपने बच्चों को न केवल उनके फैसले लेना सिखाना चाहिए बल्कि गलत फैसलों के परिणामों को हिम्मत के साथ झेलने की सलाह देनी चाहिए। आखिरकार आपके बच्चे की पर्सनालिटी के लिए आपको ही जिम्मेदार समझा जाएगा। अब आपको सोचना है कि आपको अपने बच्चे को डरपोक बनाना है या फिर इन सभी गलतियों को सुधारकर बच्चों में कॉन्फिडेंस डेवलप करना है।