नवरात्रि में माता के सामने कलश स्थापना की जाती है और जो बोए जाते हैं। जौ या जवारे बोना शुभ माना जाता है और उसे घर में सुख समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। जवारे जितने लंबे और हरे भरे उगते हैं घर में उतनी ही खुशहाली आती है। हालांकि बहुत सारे लोग जौ बोते हैं लेकिन वो न तो लंबे होते हैं न ही ठीक से उगते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिससे आपके जवारे लंबे, घने और खूब हरेभरे रहेंगे। बस आपको जौ बोते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
नवरात्रि में जौ और जवारे बोने की विधि
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सबसे पहले आप किसी दुकान के जौ खरीदकर ले आएं और जवारे बोने के लिए मिट्टी का बर्तन लें। मिट्टी के बर्तन को धो लें और इसमें किसी भी मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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अब जौ बोने से एक दिन पहले रात में जो को पानी में भिगो दें। ऐसा करने से अंकुर जल्दी निकलते हैं और जौ ज्यादा घने उगते हैं। सुबह जौ में जो पानी के ऊपर बीज आ गए हों उन्हें निकाल कर फेंक दें। ये खराब जौ हैं जिनसे अंकुर नहीं निकलेंगे।
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अब जिस बर्तन में जौ बोने हैं उसमें मिट्टी भर लें और थोड़ी मिट्टी ऊपर से डालने के लिए बचा लें। अब भीगे हुए जौ को फैलाते हुए पूरे में डाल दें। ऊपर से सूखी मिट्टी की एक हल्की लेयर जैसी फैला दें। आपको ऊपर से बहुत ज्यादा मिट्टी नहीं डालनी है। बस इतनी कि ज्यादातर जौ मिट्टी से कवर हो जाएं।
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एक वाटर स्प्रे वाली बोतल लें और ऊपर से हल्का मिट्टी को गीला होने तक पानी स्प्रे कर दें। ध्यान रखें अगर आप बिना स्प्रे के पानी डाल रहे हैं को पूरे में छुड़कते हुए पानी डालना है। एक जगह एक बार में ज्यादा पानी डालने से बचें।
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अब एक प्लट से जौ वाले बर्तन को ढककर रख दें। जब ऊपर की मिट्टी सूखने लगे तो पानी का स्प्रे कर दें। बहुत ज्यादा पानी जौ में नहीं डालना है। आपको अंकुर निकलने तक जौ वाले बर्तन को ढ़ककर ही रखना है।
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अंकुर जब बड़े हो जाएं तो जौ वाले बर्तन को खोल दें। अब सुबह शाम पानी का स्प्रे करते रहें। इससे जौ से पौधे अच्छी तरह से बढ़ने लगेंगे। आपको मिट्टी सूखने पर ही पानी का छिड़काव करना है। इस तरह 5-6 दिन में ही जवारे एकदम हरे और लंबे बढ़ जाएंगे।