छोटे बच्चों को अक्सर अंगूठा चूसते हुए देखा जाता है। जागते समय या फिर सोते समय बच्चे अपने मुंह में अंगूठा या फिर उंगली डालकर रखते हैं। हालांकि ज्यादातर बच्चों की ये आदत समय के साथ छूट जाती है लेकिन कुछ बच्चे बड़े होने तक इस आदत को छोड़ नहीं पाते हैं। लेकिन अगर पैरेंट्स बच्चों की इस आदत को समय रहते नहीं छुड़वाते हैं तो आगे चलकर बच्चों को शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ सकता है।
क्यों अंगूठा चूसते हैं बच्चे?
बच्चों को अंगूठा चूसने की वजह से आराम महसूस होता है। जब बच्चे बहुत ज्यादा थका हुआ महसूस करते हैं, तब उन्हें अंगूठा चूसने का मन करता है। अगर बच्चे को भूख लग रही है, तो भी बच्चा अंगूठा चूसने लगता है। अंगूठा चूसने की वजह से बच्चे को सुरक्षा का भाव भी महसूस होता है।
क्यों जरूरी है आदत छुड़ाना?
अगर आपके बच्चे ने तीन साल की उम्र के बाद भी अंगूठा चूसने की आदत को नहीं छोड़ा तो बच्चे को बोलने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा अंगूठा चूसने की वजह से बच्चे की टीथ डेवलपमेंट में रुकावट पैदा हो सकती है।
मददगार साबित होंगी टिप्स
अगर आप भी अपने बच्चे की इस आदत को छुड़ाना चाहते हैं तो कुछ पैरेंटिंग टिप्स आपके लिए काफी ज्यादा मददगार साबित हो सकती हैं।
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माइंड डाइवर्ट करें- जब बच्चा अंगूठा चूसे, तब आपको बच्चे के माइंड को किसी और एक्टिविटी में डाइवर्ट करने की कोशिश करनी चाहिए।
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तरीफ करें- जब बच्चा अंगूठा चूसने की आदत को छोड़ने की कोशिश करे, तब आपको उसकी तारीफ करनी चाहिए जिससे वो हिम्मत न हारते हुए अपने कोशिश में सफलता हासिल करे।
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जरूरी है समझाना- बच्चे को समझाएं कि उसकी इस आदत की वजह से आगे चलकर उसका मजाक बन सकता है। बच्चे को अंगूठा चूसने के साइड इफेक्ट्स के बारे में बताएं।